चौबट्टाखाल,कल वीरवार को जब सुबह के 7:30 पर ममता देवी अपने गांव स्योली से नौगांवखाल पैदल आ रही थी तभी अचानक सड़क के किनारे छुपे सूअरों ने उस पर आत्मघाती हमला कर दिया। जिस कारण ममता देवी जोर जोर से चिल्लाने लगी। बाजार आ रहे ग्रामवासी रामभरोसे पंत,राकेश पंत, रतन प्रकाश बिंजोला,कुलदीप पंत ने उनकी आवाज सुनी, जिस कारण वह लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए औऱ ममता देवी जी की जान बचा पाई।
जमोत्री देवी, सुमित्रा देवी ने ममता देवी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांवखाल में 108 के माध्यम से पहुंचाया गया। एकेश्वर ब्लॉक प्रमुख नीरज पांथरी ने तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांवखाल पहुंचकर S.D.M. चौबट्टाखाल, रेंज अधिकारी दमदेवल, अधिशासी अभियंता पाबौ को सूचना पहुंचायी एवं तुरंत सड़क पर झाड़ी कटान करने को कहा जिस कारण आगे से ऐसी अप्रिय घटना न हो।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांवखाल के कर्मचारियों द्वारा उपचार किया गया।
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क्षेत्र के समाजसेवी कविन्द्र इष्टवाल ने इस सम्बन्ध में वन विभाग से मांग की कि पीड़ित को तत्काल पांच लाख रुपये मुआवजा राशि देते हुए सुअरों को मारने की व्यवस्था करे। अब जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक के लिए जन आंदोलन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब वे मुख्य वन संरक्षक प्रशासन कपिल लाल से मिले थे तब उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि तत्काल जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक से बचने के दिशा में ठोस कार्रवाई की जाए। अब लगता है कि शासन-प्रशासन बिना जन आंदोलन के नींद से नहीं जागने वाला। इसके लिए जनता को सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने की जरूरत है। अब और जंगली जानवरों का आतंक नहीं सहा जाएगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय जनता से वार्ता करके आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।