देहरादून, 12 जून : संयुक्त आंदोलनकारी मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों के लिये राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली और चिन्हीकरण की प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की माँग को लेकर शहीद स्मारक देहरादून में अनिश्चितकालीन धरना आज आठवें दिवस भी जारी रहा।
धरना स्थल पर आगे के कार्यक्रम के संदर्भ में एक बैठक हुई, बैठक की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ आंदोलनकारी नेत्री श्रीमती सत्या पोखरियाल ने मातृशक्ति से अपील की कि बड़ी संख्या में आंदोलन में भागीदारी सुनिश्चित करें और आगामी कार्यक्रमों का नेतृत्व संभाले। क्रान्ति कुकरेती ने सरकार को चेताया कि आंदोलनकारियों के धैर्य की परीक्षा लेना बंद करें और अध्यादेश जारी करके क्षैतिज आरक्षण लागू करे।

आज धरने के समर्थन में बैठने वालों में ऋषिकेश से रमेश गौड़,विकास नगर से दिवाकर उनियाल,रानी पोखरी से पूर्व प्रधान पुष्पराज बहुगुणा,बड़कोट से आदित्य सिंह,डोईवाला के डॉ0 धर्मेंद, भोगपुर से ग्राम प्रधान संजीव नेगी व राजीव जोशी, यमकेश्वर नीलकंठ से विनोद जुगलान,कलम सिंह जहरीखाल से शीशपाल नेगी,सुभाष परिहार नंदा की चौकी से दुर्गा बहादुर छेत्री, सुधीर नारायण शर्मा, गुलशन कुमार, सेलकुई से देवेश्वरी रावत रूद्र प्रयाग से मोहित डिमरी उक्रांद से सुनील ध्यानी, लुसुन टोडरिया, आशुतोष नेगी,मोहित डिमरी,सुरेंद्र खाती, मनोज गौड़ देहरादून के अम्बुज शर्मा,विजय मोहन बहुगुणा,रणजीत पँवार,एकादशी देवी, सुरेश नेगी, प्रभात डंडरियाल,संगीता रावत, पुष्पा बहुगुणा,देवेश्वरी रावत,मोहन सिंह रावत,गुरु प्रसाद,मनोज रावत, अनुराग भट्ट, कुंवर सिंह नेगी आदि शामिल थे।

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क्षैतिज आरक्षण की मांग पर डटे रहे उत्तराखंड राज्यनिर्माण सैनानी