देहरादून, 31 मार्च : कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने पर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई है। इसी कड़ी में उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी पर हमला किया। साथ ही कई सवाल पूछे और कई उदाहरण देकर उन्होंने अपनी बात को पुख्ता करने का प्रयास किया। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड के भी कई मुद्दे उठाए। प्रदेश सरकार को भी निशाने पर लिया।

बौखलाहट में है बीजेपी

देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि आज देश के जो हालात है, खासकर लोकतंत्र की हत्या जो की जा रही, इसको लेकर एक वृहद कार्यक्रम किया जा रहा है। षड्यंत्र के तहत भारत में लोकतंत्र का गला दबाया जा रहा है और विपक्ष के लोग जो सत्ता पक्ष के विरोध में हैं, उनके खिलाफ षड्यंत्र लगातार रचे जा रहे हैं। जो घटना कुछ दिन पूर्व सामने आई, जिसमें आदरणीय राहुल गांधी के सदन में दिए गए वक्तव्य के बाद जो बौखलाहट भारतीय जनता पार्टी और संगठन में आई, उसका नतीजा आपके सामने है। सदन में उनके द्वारा दिए गये वक्तव्य के प्रमुख अंशो को सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया गया।

लंदन में जो कहा, वो तो सही साबित हुआ

करन माहरा ने कहा कि राहुल गांधी जी जब लंदन प्रवास पर थे, तब उन्होनें जितनी बातें वहां कही, वह सच ही तो साबित हुई। उन्होंने लोकतंत्र पर खतरा बताया। कहा कि जब सदन में विपक्ष के लोग बोलते हैं, तो माइक बंद कर दिए जाते हैं। उन्होंने देश गिरती हुई आर्थिक स्थिति पर प्रहार किए। इसके विरोध भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने और मंत्रियों ने सदन में अपने कई किस्म के वक्तव्य दिए। सदन का नियमावली में कानून है कि जिसमें अगर सदन के किसी सदस्य के विरुद्ध अगर कोई बात कही जाती है तो उसे अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है। सदन की कार्यवाही के कानून में यह उल्लेखित है। इसके बावजूद राहुल गांधी को बोलने नहीं दिया गया। अपनी बात को रखने नहीं दिया गया। जैसा वह कहते थे, वैसा ही हुआ। यानि की लंदन में राहुल गांधी ने सच ही तो बोला था।

नहीं दे पाई सरकार जवाब

माहरा ने कहा कि राहुल गांधी ने लोकसभा के स्पीकर से मिलकर एवं पत्र लिखकर इस बात को कहा कि उन्हें सदन में बोलने का मौका नहीं दिया जाता है। वह बोलने का मौका मांग रहे थे। वहीं, भाजपा सरकार घबराई रही। उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। उन्होने कहा कि राहुल ने दो बातें ही दो पूछी थी कि अडानी और अम्बानी के प्रधानमंत्री मोदी के साथ क्या रिश्तें हैं। अडानी के कम्पनी में 20 हजार करोड रूपये इनवेस्ट किए गये, वो किसके हैं ? इस बात का उत्तर सरकार नहीं दे पायी।

यहां है मामला संदिग्ध

गुजरात में 2021 एक मुकदमा जो शिकायतकर्ता के द्वारा दर्ज कराया गया था, उसको पुनर्जीवित किया गया है। मानहानि के केस में सर्वाधिक सजा धारा 500 में दी जाती है और वही सजा राहुल गांधी के लिए निर्धारित की गई। यानि कि अधिकतम दो साल की सजा और ये सजा इसलिए दी गयी कि उनकी सांसद सदस्यता जा सके। कोर्ट ने भी उन्हें सजा के खिलाफ अपील के लिए एक माह का समय दिया मगर स्पीकर ने सजा का बहाना लेते हुए 24 घण्टे के अंदर राहुल गांधी की सदस्यता को निरस्त करने काम किया। यह घटना 2019 की है। चुनाव के दौरान उनके भाषण को निर्वाचन आयोग तक ने संज्ञान नहीं लिया और ना ही कोई नोटिस दिया। वहीं, कर्नाटक की घटना को लेकर गुजरात में केस दर्ज किया गया। साथ ही इस पर अधिकतम सजा भी हो गई।

कई पूर्व सांसदों पर अभी भी है सरकारी आवास

माहरा ने कहा कि आज राहुल आवास छीनने वाले लोग इस सवाल का भी जवाब दें कि कई पूर्व सांसद कैसे सरकारी आवास का लाभ उठा रहे हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने भारत जोडों यात्रा का विरोध किया। इनके नेता सावरकर ने 60 रुपये की पेशन के लिए अंग्रेजों की जी हुजूरी की। अब उस परिवार के व्यक्तियों पर दोषारोपण किया जा रहा है, जो उस समय जब इनके नेता की तरह जी हजूरी करने की बजाय तब 30 हजार रूपये सालाना टैक्स भर रहे थे।

देश के लिए इस परिवार ने दिया योगदान

उन्होंने कहा कि नेहरू जी, उनके पिता स्व मोतीलाल नेहरू जी, उनके बाद नेहरू जी की बेटी इंदिरा गांधी ने 19 नवम्बर 1969 को अपनी पूरी पैतिृक संपत्ति भारत सरकार के अधीन करने का काम किया। आज जो लोग राहुल गांधी के घर को खाली करने से प्रसन्न हैं, जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, वो गढवाल की बेटी अंकिता भण्डारी की मृत्यु पर वीआईपी के नाम पर मौन बैठे हुए हैं। भाजपा की महिला नेत्री आश्चर्यजनक रूप से गायब थी। राम के नाम पर राजनीति करने वाले लोग आदि शंकराचार्य जी के नाम को नही बचा पा रहे हैं। जोशीमठ की घटना इस बात का उदाहरण है।

शंकराचार्य जी का भी नहीं रखा मान

माहरा ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट का नाम आदिगुरू शंकराचार्य के नाम पर रखने का प्रस्ताव कांग्रेस सरकार ने किया। इसका भारतीय जनता पार्टी ने विरोध करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर एयरपोर्ट का नामकरण करने का प्रस्ताव किया है। हमारा अटल जी के नाम से कोई विरोध नही है, परन्तु जब पूर्व में ही आदिगुरू शंकराचार्य जी का नाम प्रस्तावित किया जा चुका था, तो अब भारतीय जनता पार्टी को शंकराचार्य जी के नाम से क्यों विरोध है।

देश का खजाना लूटने वाले ज्यादा गुजरात के

माहरा ने आरोप लगाते हुए कि केन्द्र की सरकार अपने चहेतों के बैंक ऋणों को बट्टे खाते में डालकर बैंकों का नुकसान कर रही है। देश की गरीब जनता द्वारा बैंकों में पैसा जमा किया जाता है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बड़े बड़े अपने प्रिय पूंजीपतियों को बैंकों का ऋण आंवटित कराकर देश के खजाने को लूटने का काम किया है। आज उस ऋण को बट्टे खाते में डालकर देश की गरीब जनता की मेहनत का पैसा खुलेआम लुटाया जा रहा है। माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि बट्टे खाते में डाले गये बड़े खातेदारों में से 27 ऋणधारक गुजरात राज्य से हैं।

पीएम कार्यालय के नाम पर भी मचाई लूट

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश की गरीब जनता का धन लूटने वालों को संरक्षण देने का काम कर रही है। माहरा ने कहा कि एक व्यक्ति जो प्रधानमंत्री कार्यालय के नाम से कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य में जाकर वीवीआईपी बनकर रहता है और देश की सुरक्षा की धता बताकर जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त करता है। केंद्र की सरकार द्वारा उसके खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही क्यों नही की।

खुद तोड़ते हैं मर्यादा

माहरा ने कहा कि बीजेपी के नेता खुद मर्यादाओं को तोड़ते हैं। देश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिस तरीके से राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है, वो निश्चित रूप से निंदनीय है। क्या भारतीय जनता पार्टी के नेता यह भूल गये है कि किस तरीके से उन्होंने भारत की संसद में पं. नेहरू के खिलाफ अभ्रद टिप्पणी की। महिला सांसद एवं पूर्व मंत्री को सूर्पनखा तक कहा। तब भारतीय जनता पार्टी के नेता कहां थे। कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को जर्सी गाय तक कहा गया। तब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को शर्म नही आयी।

आरक्षण को लेकर दोगुली नीती

उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर भी बीजेपी की दोगुली नीति है। अब जिस ओबीसी की बात बीजेपी कर रही है, उसमें भारत सरकार की ओबीसी की लिस्ट में मोदी नाम तो दर्ज ही नहीं है। तब ओबीसी का अपमान कहां से हो गया। जिस समय कांग्रेस पार्टी की सरकार मण्डल कमीशन की रिपोर्ट लागू कर रही थी, तो उस समय यही भारतीय जनता पार्टी मण्डल कमीशन की रिपोर्ट का विरोध करते हुए कमंडल की राजनीति कर रही थी।

चलाया जाएगा अभियान

माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुषांगिक संगठन प्रकोष्ठ एवं विभागों द्वारा लोकतंत्र को बचाने के लिए पोस्टकार्ड अभियान चलाया जाएगा। जो लगातार 15 अप्रैल तक चलेगा। इसके माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे गये पोस्टकार्ड के माध्यम से आम जनता की दुख तकलीफों एवं उत्तराखण्ड में महिलाओं युवाओं बेरोजगारों पर हुए अत्याचारों से अवगत कराया जाएगा। आठ अप्रैल से उत्तराखण्ड कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के उन नेताओं के विरूद्ध विभिन्न थानों में लिखित में शिकायत दर्ज कराएगी, जिन भाजपा के नेताओं द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। 25 अप्रैल से 30 अप्रैल तक एक बड़ी रैलियों का आयोजन होगा। इसका उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा करना होगा।

अजीत पंवार ने साबित किया वाशिंग मशीन का खेल

करन माहरा ने कहा कि जिस वाशिंग मशीन की बात कांग्रेस पार्टी बार बार करती आयी है, उसे महाराष्ट्र के एक दिन के उपमुख्यमंत्री अजित पंवार ने साबित कर दिखाया कि भाजपा में जाते ही लोगों के सारे मुकदमे खत्म हो जाते हैं। सारी जांचें बन्द हो जाती हैं और जो भाजपा के विरूद्ध खड़ा होता है उसके साथ वैसा ही होता जो राहुल गांधी के साथ हुआ।