आभासी चित्र -रिश्वत की रकम

सुबह चार बजे तक चली सीबीआई की कार्रवाई, घर से 1.59 करोड़ रुपये बरामद
रेलवे अधिकारी के साले और रकम देने पहुंचा कंपनी का कर्मचारी दून से हुआ अरेस्ट 
ठेका दिलाने के नाम पर 60 लाख रुपये पहले भी मिल चुके थे रिश्वत में 

दिल्ली के एक रेलवे अधिकारी के दून स्थित घर पर रिश्वत की रकम हवाला के जरिए पहुंची थी। सीबीआई ने अधिकारी के घर रिश्वत लेकर पहुंचे कंपनी के कर्मचारी और रकम लेने आए उसके साले को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार सुबह चार बजे तक चली कार्रवाई में सीबीआई ने आशीर्वाद एन्क्लेव स्थित घर से कुल 1.59 करोड़ रुपये बरामद किए। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान मालीगांव असम में तैनात हैं। आरोप है कि उन्होंने एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर नाम की कंपनी के डायरेक्टर पवन वैद से काम दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। जांच के बाद सोमवार को दिल्ली में महेंद्र सिंह चौहान समेत कुल छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद महेंद्र सिंह चौहान को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया।

जानकारी के मुताबिक, पवन वैद ने चौहान से कहा था कि वह एक करोड़ रुपये गुवाहाटी से हवाला के जरिए दिल्ली पहुंचा रहे हैं। दिल्ली में उनका कर्मचारी भूपेंद्र रावत इस रकम को लेगा और चौहान के बताए स्थान पर पहुंचाएगा। भूपेंद्र रावत पहले भी रिश्वत के 60 लाख रुपये चौहान के देहरादून स्थित ठिकाने तक पहुंचा चुका था।अब इस एक करोड़ की रकम को लेने की जिम्मेदारी चौहान ने अपने साले इंद्र सिंह निवासी कोरूआ चकराता को सौंपी थी। यह रकम आशीर्वाद एन्कलेव स्थित मकान में ले जानी थी। अभी रिश्वत का लेन-देन चल ही रहा था कि सीबीआई की टीम मकान पर पहुंच गई और दोनों को वहां से गिरफ्तार कर लिया।

बेड में भी छुपाए थे नोट 
महेंद्र सिंह चौहान का साला इंद्र सिंह ही इस मकान में रहता है। पहले दिए गए 60 लाख रुपये उसने बेड के नीचे और जूतों के डिब्बों में छुपाकर रखे थे। सीबीआई ने वहां से कुल 1.59 करोड़ रुपये बरामद किए। सुबह करीब चार बजे सीबीआई दोनों आरोपियों और बरामद रकम को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गई।

दो बैंकों से मंगाई गईं मशीनें 
सभी नोट पांच सौ और दो हजार के थे। लेकिन, नोट अलग-अलग जगहों पर छुपाकर रखे गए थे। सभी को इकट्ठा किया गया और गिनने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा व यूनियन बैंक से नोट गिनने की मशीनें मंगाई गईं। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, नोट गिनने और फर्द बनाने में तकरीबन पांच घंटे से भी ज्यादा का समय लग गया।

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