देहरादून, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती की पूर्व संध्या पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पं. दीन दयाल उपाध्याय ने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद मंत्र और समाज सेवा जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी का सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा के लिये समर्पित रहा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि ’’आर्थिक विकास का मुख्य उद्देश्य समान्य मानव का सुख है’’ यह पंडित दीन दयाल जी के विचार थे। समतामूलक समाज की कल्पना करते हुए उन्होंने कहा था ‘‘वितरण इस प्रकार होना चाहिए कि रोटी, कपडा, मकान, पढ़ाई और दवाई ये पांच आवश्यकताएं प्रत्येक व्यक्ति की पूरी होनी ही चाहिए।’’ पं. दीन दयाल न सिर्फ एक महान चिंतक, विचारक और दार्शनिक होने के साथ ही एक योग्य राजनेता और कुशल पथ प्रदर्शक भी थे।