विकासनगर,जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मई 2011 में कृषि मन्त्री रहते हुए कृषि विभाग में सहायक कृषि अधिकारी ग्रेड-1 (विकास शाखा) के 85 पदों हेतु विज्ञापन जारी कराया। उक्त पदों हेतु निर्धारित शैक्षिक 
पत्रकार वार्ता के दौरान रघुनाथ सिंह नेगी। 
योग्यता उ0प्र0 अधीनस्थ कृषि सेवा नियमावली 1993 के अनुसार ‘‘कृषि’’ स्नातक थी। उक्त नियमावली के विद्यमान रहते हुए कृषि सचिव से सांठगांठ कर उक्त पदों की शैक्षिक योग्यता कृषि से स्नातक यानि बी0एस0सी0 एग्रीकल्चर अर्हता में बिना कैबिनेट की मंजूरी एवं औपचारिकतायें पूर्ण किये सीधे ‘‘कृषि स्नातकोत्तर’’ कर दी गयी। यानि जिन अभ्यर्थियों ने बी0एस0सी0 अन्य विषयों से उत्तीर्ण की थी वो भी उक्त पद के लिए अर्ह हो गये, जबकि अभ्यर्थियों को ‘‘कृषि’’ में स्नातक होने के साथ-साथ सम्बन्धित विषय में स्नातकोत्तर होना चाहिए था, अगर नियमावली में संशोधन होता।
मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने कहा कि शासन ने पत्रांक सं0 1149 दिनांक 02.11.2007 के द्वारा कृषि निदेशक को निर्धारित शैक्षिक अर्हता ‘‘स्नातक’’ (सोची समझी रणनीति के तहत) के स्थान पर सम्बन्धित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करने सम्बन्धी प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये तथा उक्त के क्रम में निदेशक द्वारा सही प्रकार से प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित किया, जिसमें उल्लेख किया कि वर्तमान शैक्षिक अर्हता किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कृषि स्नातक के स्थान पर कृषि में स्नातकोत्तर हो। उक्त मामले में उक्त के उपरान्त कोई संशोधन की कार्यवाही नहीं की गयी। नेगी ने कहा कि उक्त मामले को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने मा0 उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की, जिसमें उपरोक्त सभी तथ्यों का हवाला दिया गया। न्यायालय ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए 09.08.2018 सरकार को नोटिस जारी कर 6 सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा। उक्त नोटिस जारी होने के उपरान्त तत्कालीन मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र रावत व तत्कालीन सचिव ओम प्रकाश का काला चिट्ठा उजागर हो गया है। उक्त आदेश के क्रम में कृषि निदेशालय ने दिनांक 25.09.2018 को सम्बन्धित कार्मिकों को नोटिस जारी कर दिये हैं।
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सी0एम0 त्रिवेन्द्र रावत एवं ओम प्रकाश की जुगलबन्दी से आज फिर इन सेयोजित कार्मिकों पर तलवार लटक गयी है तथा पूर्व में आवेदन करने से वंचित अभ्यर्थियों को भी इन्होंने बर्बाद करने का काम किया। मोर्चा ने सी0एम0 त्रिवेन्द्र एवं ओम प्रकाश के नारको टेस्ट करायी जाने की भी मांग करेगा। पत्रकार वार्ता में मोर्चा उपाध्यक्ष विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, विनोद गोस्वामी, नरेन्द्र तोमर आदि शामिल रहे।