कोचिंग सेन्टरों में सुरक्षा के गड्ढे
राज्ञ धर्मिणी धर्मिष्ठाः पापे पापाः समे समाः। राजानमनुवर्तन्ते यथा राजा तथा प्रजाः।।

कहते है कि जैसा राजा होता है वैसी ही प्रजा होती है, राजा यदि पापी हो,अत्याचारी हो तो प्रजा भी पापी और अत्याचारी हो जाती है ,यदि राजा धार्मिक और सह्रदय हो तो प्रजा भी वैसा ही आचरण करने लगती है और यदि राजा न पापी हो और न सह्रदय हो तो प्रजा भी वैसी ही होती है । इसी लिये कहते है कि यथा राजा तथा प्रजा।

पुलिस ने शहर के कोचिंग सेंटरों की पड़ताल की 

देहरादून, गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए अग्निकांड के बाद देहरादून में सतर्क हुई पुलिस ने शहर के कोचिंग सेंटरों की पड़ताल की तो महज एक सेंटर के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी मिली। यह स्थिति तब है जब शहर में छोटे-बड़े करीब 200 कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं। यह भी गंभीर बात है कि इनमें ज्यादातर कोचिंग सेंटर विभिन्न कांप्लेक्सों में सबसे ऊपर की मंजिल पर चल रहे। वर्षों से बिना एनओसी कुकुरमुत्तों की तरह खुले इन कोचिंग सेंटरों में पड़ताल की जहमत न तो अग्निशमन प्रशासन और ना ही  पुलिस ने कभी नहीं उठाई। गाहे-बगाहे अवैध निर्माण या सुरक्षा मानक पूरे न करने वालों इन कांप्लेक्सों या भवनों पर कार्रवाई करने वाला एमडीडीए भी आंखे फेरे हुए सेन्टर तो आज पार्किंग ना होने की वजह से जाम का कारण भी बन चुके हैं । अब नींद से जागी पुलिस और अग्निशमन विभाग ने 13 कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी कर सुरक्षा उपकरण लगाने का निर्देश दिया है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी संस्थान संचालक बेखबर रहते हैं। बात कोचिंग को लेकर करें तो शहर में राजपुर रोड,करनपुर ,डी.एल.रोड, ईसी रोड समेत सुभाष रोड, धर्मपुर, बल्लूपुर चौक , क्लेमनटाउन, प्रेमनगर और वसंत विहार आदि क्षेत्र में कोचिंग सेंटरों की बाढ़ है। ज्यादातर संस्थान आवासीय परिसरों या बड़े कांप्लेक्स में चल रहे हैं और कोई भी विभाग इनकी जांच के लिए अभी तक आगे नहीं आया है !