बागेश्वर, जन संघर्ष समिति कठपुड़ियाछीना ने अलग ब्लॉक बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वे जिला बनने के बाद अलग-थलग हो गए हैं जिससे खरेही का विकास थम गया है, लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। संघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेंद्र रावत के नेतृत्व में मंगलवार को खरेही, रीठाबगड़, धूराफाट क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर ग्रामीणों कठपुड़ियाछीना में धरना दिया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के भवन का निर्माण नहीं हो सका है। बिलौना-पगना मोटर मार्ग में सो¨लग और डामरीकरण का कार्य लटका हुआ है। दाणूछीना-लोब-बेहरगांव मोटर मार्ग में भी डामर नहीं हो सका है। किमी छह से मोटर पुल का निर्माण नहीं होने से लोगों को सड़क की सुविधा नहीं मिल रही है। कठपुड़ियाछीना- सेराघाट मोटर मार्ग को अभी तक लिक नहीं किया जा रहा है। बेहरगांव को स्वीकृत मोटर मार्ग का काम भी शुरू नहीं हो रहा है। कठपुड़ियाछीना-सिया सड़क राइंका सैंज को लिक किया जाए। महरगांव को सड़क को हन्योली से भी नहीं जोड़ा जा रहा है। सैंज-रीठागाड़ सड़क पिछले तीन साल से आपदा की भेंट चढ़ी हुई है। सिचाई गुलों की मरम्मत तक नहीं हो सकी है। खरेही के बीच मन्याछीना तक नलकूप का निर्माण भी नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि पृथक ब्लाक नहीं बनने से विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। ग्रामीणों को छोटे काम के लिए जिला मुख्यालय जाना पड़ रहा है। उन्होंने निर्णय लिया कि 17 दिसंबर को वे कलक्ट्रेट में सांकेतिक धरना-प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर ओम प्रकाश टम्टा, देवीदत्त मिश्रा, बालम सिह रावत, गोविद सिह मनकोटी, नारायण सिह, कृष्णा सिह, अर्जुन सिह रावत, सुंदर सिह, राजेंद्र प्रसाद, सतीश टम्टा, प्रमोद मेहता, शंकदर सिह, पनी राम, पूरन मिश्रा, एनके मिश्रा, महेश मिश्रा आदि मौजूद थे।