चार मासूम जिंदा जले
सीएम ने की मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख देने की घोषण
लापरवाही पर नायब तहसीलदार निलंबित
हादसे के मजिस्ट्रियल जांन के आदेश

देहरादून, 7 अप्रैल : आग लगने से चार मासूमों के जिंदा जलने के बाद शुक्रवार सुबह जिलाधिकारी घटना स्थल के निरीक्षण के लिए पहुंची। इस दौरान उन्होंने घटनाक्रम के विषय में विस्तार से जानकारी ली।
 जिलाधिकारी सोनिका, डीआईजी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप कुंवर, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय समेत कई अधिकारी त्यूणी पहुंचे और घटनास्थल का मौका मायन किया।जिलाधिकारी सोनिका ने कहा मकान में आग लगने के सही कारणों की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद ही घटना की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को फौरी तौर पर कपड़े व अन्य सामान उपलब्ध कराया गया है।
आगजनी की घटना से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। इस दौरान एसडीएम चकराता, एसडीएम ऋषिकेश, एसडीएम देहरादून सदर, सीओ विकासनगर, सीओ ऋषिकेश समेत कई तहसीलों के अधिकारी त्यूणी में मौजूद रहे।
 त्यूनी में शिक्षा विभाग से सेवानिवृत कर्मचारी सूरतराम जोशी का लकड़ी का चार मंजिला घर सड़क के किनारे स्थित है। इसमें मकान मालिक के साथ ही पांच परिवार किराये पर रहते हैं। बृहस्पतिवार शाम को घर के अंदर किराये पर रहने वाले पांच बच्चे, दो पुरुष और एक महिला थी।

घटनाक्रम के अनुसार करीब चार बजे किराये पर रहने वाले विक्की की पत्नी कुसुम किचन में रसोई गैस सिलिंडर बदल रही थीं। इसी दौरान अचानक सिलिंडर ने आग पकड़ ली। हड़बड़ाहट में कुसुम ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग ने लकड़ी से बने मकान को चपेट में लेना शुरू कर दिया।किराये पर रहने वाले अन्य परिवारों के सदस्यों के शोर मचाया तो आसपास के ग्रामीण पहुंच गए। उधर, सूचना पाकर मौके पर पहुंची स्थानीय फायर ब्रिगेड की टीम ने आग बुझाना शुरू किया। लेकिन, वाहन में पानी कम होने के कारण वह दस मिनट में ही खत्म हो गया।

आग विकराल हुई तो घर में रखे चार सिलिंडर एक के बाद एक धमाके के साथ फटे। जब तक फायर बिग्रेड की टीम पानी लेकर वापस आई, आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया था।इससे अंदर मौजूद चार बच्चों की मौत हो गई। वहीं, विक्की चैहान, भगत, कुसुम और स्वाती (15) झुलस गए। गनीमत रही कि वे किसी तरह बाहर निकल आए। इनमें कुसुम की हालत गंभीर देख हायर सेंटर रेफर किया गया है। उधर, डीएम देहरादून के कहने पर उत्तरकाशी के डीएम ने एक अग्निशमन वाहन मोरी से भेजा। एक वाहन हिमाचल प्रदेश के जुबल से भी बुला लिया गया। लेकिन, तब तक मकान राख हो चुका था।

त्यूणी अग्निकांडः दो मासूमों के शव बरामद दो की तलाश जारी

गुरूवार की शाम मकान में लगी आग में चार मासूम जिन्दा जल गए थे। इनमें से दो के शव बरामद कर लिए गए हैं और दो शवों की तलाश जारी है। आग लगने की वजह मकान के अगले हिस्से में खोले गए ढाबे में गैस रिसाव होना बताया जा रहा है। इस दर्दनाक हादसे में जाक्टा निवासी दंपति की एक पुत्री और तीन अन्य बालिकाएं इनके रिश्तेदारों की बताई जा रही है।
लकड़ी व पत्थर से निर्मित तीन मंजिला मकान में भीषण आग लगने से कमरे के अंदर फंसी चार बालिकाओं में से दो के शव एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर बरामद कर लिए। जबकि दो अन्य बालिकाओं के शव तलाशने को सर्च अभियान चल रहा है।

चकराता विधायक प्रीतम सिंह पहुंचे त्यूणी
इधर शुक्रवार सुबह चॉपर से पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह अपने गृह क्षेत्र त्यूणी पहुंचे। विधायक प्रीतम सिंह ने घटनास्थल के पास मौजूद गमगीन परिजनों से मुलाकात कर इस हृदय विदारक घटना पर गहरा दुख जताया। सरकारी तंत्र और तहसील स्तर पर आपदा प्रबंधन के इंतजाम अपर्याप्त होने से नाराज पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह शुक्रवार क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के साथ त्यूणी-चकराता हाईवे पर गेट बाजार त्यूणी के तिराए में सड़क पर धरने में बैठ गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन पर आपदा के समय लापरवाही व उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन कर नारेबाजी की। मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी द्वारा मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है। जिलाधिकारी की निगरानी में मृतक बालिकाओं के शव को खोजने हेतु एसडीआरएफ व अन्य टीमों द्वारा रेस्क्यू जारी है।

फायर ब्रिगेड प्रभारी समेत 4 दमकल कर्मी निलंबित
मामले में लापरवाही बरतने वाले फायर ब्रिगेड प्रभारी समेत 4 दमकल कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। डीआइजी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप कुंवर ने कहा घटना से जुड़े पहलुओं की जांच पड़ताल में त्यूणी में तैनात फायर कर्मियों की लापरवाही सामने आई है।
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने घटना की जांच पुलिस उपमहानिरीक फायर निवेदिता कुकरेती को सौंपी है। घटना की जांच प्राथमिकता के आधार पर 03 दिवस के भीतर संपादित कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की कमी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने अग्निशमन विभाग के लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।