पेयजल गुणवत्ता पर लोक संवाद
1. रामचन्द्र कारगी गा्रन्ट निवासी द्वारा पानी की जाँच करते समय बताया गया कि पूरी सपमि मे पहली बार कोई पानी की जाँच के लिए आया है कई बार गन्दगी आने पर शिकायत करने पर भी जाँच नही की जाती।
2. केदार पुर दून-विश्वविद्यालय रोड‐ निवासी शलमान अली द्वारा बताया गया कि पानी मे प्रेशर नही है पानी बहुत बार गन्दा आता रहता है।
3. प्रवेश कुमार रतुडी एम. डी. डी. ए. कालोनी निवास द्वारा पानी मे क्लोरिन के कारण पानी के नीचे चूना रहता है।
4 शताब्दी एन्क्लेव नत्थन पुर निवासी चन्दन बिष्ट द्वारा पानी मे प्रेशर न होने की बात कही गयी।
5 माजरी माफी निवासी दिलिप शर्मा द्वारा कभी – कभी गन्दा पानी आने की व पानी मे प्रेशर न होने की बात बताई गयी।
6 चैधरी सुगन पाल सिंह निवासी आशिमा विहार कलेमेटं द्वारा बताया गया कि न तो पानी समय पर पर्याप्त मा़त्रा मे आता है और न ही प्रेशर से आता है।
7 सोसायटी एरिया भगत सिंह मार्ग सुभाष रोड‐ निवासी गिरिराज प्रसाद द्वारा बताया गया कि स्टैण्ड पोस्ट पर जो पानी आता है पिछले 5 वर्षो से हम शिकायत कर रहे हैं परन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई।
8 इमरान हसन निवासी मौहब्बेवाला चौक द्वारा बताया गया कि कभी – कभी पानी गन्दा व बदबूदार आता है। क्लोरिन भी अधिक डाले जाने के कारण पानी सफेद चूना जैसा रहता है।
9 शिवाकान्ती देवी निवासी कैलाश पुरी मेहूवाला द्वारा बताया गया कि पानी प्रेशर से नही आता है व पर्याप्त मा़त्रा मे नही आता है।
10 राजेश कोठारी चन्द्रबनी अमर मार्ग द्वारा कहा गया कि पानी मे प्रेशर नही रहता व चूना आधिक आता है।
11 रामनगर शिवलोक कालोनी रायपुर निवासी सुमित पाल द्वारा बताया गया कि ना तो पानी समय से आता है और न ही प्रेशर से आता है एक समय पानी आता है ।
12 अजय खण्डूरी जोहडी गाँव निवासी द्वारा बताया गया कि क्लोरिन की मा़त्रा अधिक रहती है जिस कारण घर पर दाल बहुत देर से गलती है शरीर से साबुन बहुत देर मे निकलता है।
13 दीपकान्त शुक्ला किशनपुर कैनाल द्वारा बताया गया कि हमारे यहाँ कभी भी जल सस्ंथान द्वारा पानी की शुद्धता की जाँच नही की गई बल्कि स्पेक्स के बारे मे हम पढते व सुनते रहते हैं।
14 पार्षद सतेन्द्र नाथ विजय कालोनी के घर पर पानी की जाँच मे क्लोरिन की मा़त्रा नही पायी गई ।
15 ब्रहम पुरी निवासी अनूप बिष्ट द्वारा बताया गया कि पानी आता रहता है परन्तु शुद्ध है या नही इसकी जानकारी नही है सरकार को इस विषय पर लोगो को जागरूक करना चाहिए।
16 आकाश दीप कालोनी श्रृवण कुमार द्वारा बताया गया कि सस्ंथा ये काम क्यो कर रही है जब बिल जल सस्ंथान लेता है तो साफ पानी देने की जवाबदेही भी सरकार व विभाग की है। सस्ंथा का बडा योगदान जँाच करने का है परन्तु समाधान तो सरकार ही करेगी।
17 उर्मिला काला पत्थर चैक महाराणा प्रताप चैक द्वारा बताया गया की हम नल का पानी कभी इस्तेमाल ही नही करते हैं यह पानी उपर के कार्य मे उपयोग किया जाता है।
18 लक्ष्मी फास्ट फूड गजरो वाली रोड रांझावाला द्वारा बताया गया कि पानी मे क्लोरिन बहुत ज्यादा आता है जिस कारण पानी में बदबू भी आती है।
19 श्री कान्त मिश्रा निवासी खुडबुडा द्वारा बताया गया कि पानी कभी – कभी गन्दा व चिपला आता है।
20 अरिहंत जैन निरंजपुर मंडी निवासी द्वारा बताया गया कि मण्डी की टंकी से पानी आता है परन्तु जाँच कभी नही हुई है कि पानी कैसा है।
21 एस.पी.पाल गाँव पण्डित वाडी निवासी द्वारा बताया गया कि पानी गन्दा आता है।
स्पेक्स जल गुणवत्ता रिपोर्ट-2020
”माननीय प्रधानमंत्री जी ने अपने प्रत्येक सन्देश में कहा है कि, मनुष्यों को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी चाहिए। लेकिन क्या शुद्ध पेयजल के बिना यह सम्भव है?“ स्पेक्स देहरादून द्वारा विगत 25 वर्षों से जल गुणवत्ता की जाँच जन-जन को शुद्ध जल का अभियान देहरादून व आस-पास के क्षेत्रों में चलाया जाता रहा है। इस वर्ष भी यह अभियान 10 जून से 10 जुलाई, 2020 तक नगर निगम व आस-पास के क्षेत्रों में चलाया गया, जिसमें शहरी, ग्रामीण व मलिन बस्तियां सभी सम्मिलित हैं। इन सभी स्थानों में से लगभग 125 स्थानों से घर-घर जाकर जल के नमूनों को एकत्र किया गया व स्पेक्स द्वारा स्थापित लैब में इन सभी नमूनों की जाँच कर पानी की स्थिति का आंकलन किया गया। यह प्रयोगशाला विज्ञान एवं प्राद्योगिकी के सौजन्य से स्पेक्स ने वर्ष 1998 में स्थापित की थी। इन घरों में जल नमूनो एकत्र किये गये उन घरों पर उपलब्ध लोगों ने इस अभियान को सराहा व अपनी-अपनी जल सम्बन्धित शिकायतों को भी संस्था के सम्मुख प्रगट किया। इस बीच कई/इन स्थानों पर क्लोरीन की मात्रा अधिक तो कहीं नगण्य पाई गई। कुछ/इन स्थानों पर गन्दा पानी व बदबूदार पानी की शिकायत दर्ज करवाई गयी। घर-घर जाकर गिये गये सर्वे में अधिकांश लोगों ने पानी की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किये।
जैसे-जैसे बरसात का मौसम बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे जल जनित रोगों का खतरा भी बढ़ने लगा है। संस्था द्वारा पेयजल गुणवत्ता की जांच के साथ-साथ लोगों को इन रोगों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। उनको साधारण उपायों के जरिये पानी को शुद्ध करने के तरीके व बीमारियों से बचने की जानकारियाँ भी प्रदान की जा रही हैं।
संस्था ने सर्वे के दौरान पाया कि कहीं पानी की लाईन की लीकेज तो कहीं सीवरेज इत्यादि के भरे गड़ढों भी पानी की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं, जिनसे बीमारियों का खतरा बढ़ने की सम्भावनायें भी ज्यादा हैं। दूषित पेयजल में दो प्रकार के कारक होते हैं:
(1) रोग जनित जीवाणु: जिसके विषाणु से पीलिया, पोलियो, गैसट्रो-इन्ट्राइस्टिस, जुखाम, संक्रामित यकित्र रोग, अतिसार, पेचिस, मियादी बुखार, अति ज्वर, हैजा, कुकुर खांसी, सुजाक, अपदंश, जठरात्र शोथ, प्रवाहिका, क्षय रोग, पायरिया, निद्रा रोग, मलेरिया, अमिबियोसिस रूग्णता, फाइलेरिया, हाइड्रेटिड सिस्ट रोग होते हैं।
(2) विषैले तत्व: अनकों प्रकार के विषैले तत्व भी पानी के माध्यम से हमारे शरीर में पहुंचकर स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। इन विषैले तत्वों में प्रमुख रूप से कैडमियम, लेड, भरकरी, निकल, सिल्वर, आर्सेनिक आदि। जल में लोहा, मैगनीज, कैल्शियम, बेरियम, क्रोमियम कापर, सीलीयम, यूनेनियम, बोरान तथा अन्य लवणों जैसे नाइट्रेट, सल्फेट, बोरेट, कार्बोनेट आदि की अधिकता से मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
(पेयजल के 125 नमूनों में से 106 नमूने मानकों के अनुरूप नहीं पाए गये यानी पीने योग्य नहीं था।)
निम्न 15 स्थानों पर टोटल कालीफार्म नहीं पाया गया:
आशिमा विहार, रायपुर, रामनगर शिवलोक कालोनी, लौहारवाला, इंदिरानगर, बल्लीवाला, पंडितवाडी धरतावाला, इन्दरानगर बसन्त विहार, बल्लूपुर, बसन्त विहार, ग्रीन पार्क चमनपुरी, झण्डा बाजार, इंदिरा कालोनी, राजपुर रोड़, जोहड़ी।
निम्न 15 स्थानों पर फीलक कालीफार्म नहीं पाया गया:
आशिमा विहार, रायपुर, रामनगर शिवलोक कालोनी, लौहारवाला, इंदिरानगर, बल्लीवाला, पंडितवाडी धरतावाला, इन्दरानगर बसन्त विहार, बल्लूपुर, बसन्त विहार, ग्रीन पार्क चमनपुरी, झण्डा बाजार, इंदिरा कालोनी, राजपुर रोड़, जोहड़ी।
निम्न 8 स्थानों पर अवशोषित क्लोरीन मानकों के अनुरूप पाया गया:
इन्द्रा कालोनी , झण्डा बाजार, कौलागढ़, पंडितवाडी, वाणी विहार, टर्नर रोड़, नत्थनपुर, माजरी माफी।
निम्न 16 स्थानों पर सबसे अधिक क्लोरीन पाया गया:
झण्डा बाजार 0.8, रायपुर 0.6, राजपुर रोड़ 0.6, जोहड़ी 0.6, बल्लीवाला चैक 0.6, आशिमा विहार 0.4, रामनगर शिवलोक कालोनी 0.4, लौहारवाला 0.4, इंदिरानगर 0.4, पंडितवाडी धरतावाला 0.4, इन्दरानगर बसन्त विहार 0.4, बल्लूपुर 0.4, बसन्त विहार 0.4, ग्रीन पार्क चमनपुरी 0.4, इंदिरा कालोनी 0.4 जबकि मानक 0.2 मिग्रा/ली. है।
निम्न 32 स्थानों पर अवशोषित क्लोरीन नहीं पाया गया (जबकि मानक 0.2 मिग्रा/ली.):
किशनपुर कैनाल, विजय कालोनी , सालावाला, करनपुर, तिलक रोड़, भण्डारीबाग, पथरीबाग, विद्या विहार, सरस्वती विहार, अजबपुर कलां, अन्सारी मार्ग, मोती बाजार, राजा रोड़, मालवीय रोड़, खुडबुड़ा मौहल्ला, न्यूपार्क रोड़ गांधी ग्राम, पार्क रोड़, ब्रहमपुरी, निरंजनपुर मंडी, न्यू पटेलनगर, विजय पार्क, श्री देव सुमन नगर (चोर खाला), आकाशदीप कालोनी , यमुना कालोनी , नेहरू कालोनी , आराघर चैक, नालापानी चैक, झण्डा खुदोनवाला ममगाई मौहल्ला, डाण्डा लखौण्ड, एकता विहार लेन-10, पत्थर चैक, माजरी माफी
निम्न 36 स्थानों पर अवशोषित क्लोरीन मानकों से कम पाया गया जो कि 0.1mg/lit था (जबकि मानक 0.2 मिग्रा/ली.) है:
मालसी, ग्राम व पो0 सिनौला, विजयपुर गोपीवाला, दून विहार, राजपुर, किशनपुर, काढ बंगला नई बस्ती, किशनपुर कैनाल, चिडौवाली कण्डोली, चिडौवाली कंडोली, सालावाला, विजय कालोनी , डी.एल.रोड़, नाला पानी, ननूरखेड़ा, कोटला खाला तरला आमवाला, नेशविला रोड़, डंगवाल मार्ग, चुक्खुवाला, बकराल वाला, बकराल वाला, करनपुर, करनपुर, रिस्पना वार्ड, चन्दर रोड़ राजेश रावत कालोनी , संजय कालोनी , रामनगर लक्खीबाग, लक्खीबाग, गांधी रोड़, चन्दर रोड़, 114 त्यागी रोड़, त्यागी रोड़, मद्रासी कालोनी , 40 कांवली रोड़, खुडबुड़ा मौहल्ला।
निम्न 106 स्थानों पर टोटल कालीफार्म अधिक पाया गया जबकि मानक 10 मिली है।
जोहड़ी गांव 32, जोहड़ी गांव 18, मालसी गांव 12, मालसी 10, ग्राम व पो0 सिनौला 0, विजयपुर गोपीवाला 0, दून विहार 18, राजपुर 12, किशनपुर 0, काठ बंगला नई बस्ती 16, किशनपुर कैनाल 24, चिडौवाली कण्डोली 16, चिडौवाली कण्डोली 18, विजय कालोनी 22, साला वाला 12, सालावाला 20, विजय कालोनी 10, डी.एल.रोड 22, डी.एल.रोड़ नालापानी 16, ननूरखेड़ा 14, कोटला खाला तरला आमवाला 26, नेशविला रोड़ 16, डंगवाल मार्ग 24, चुक्खुवाला 16, बकराल वाला 18, बकराल वाला 22, करनपुर 12, करनपुर 28, करनपुर 0, रिस्पना वार्ड 40, चन्दर रोड़ राजेश रावत कालोनी 36, संजय कालोनी 24, रामनगर लक्खीबाग 12, तिलक रोड़ 28, लक्खी बाग 18, भण्डारी बाग 32, पथरीबाग 16, विद्या विहार 24, सरस्वती विहार 16, अजबपुर कलां 18, अन्सारी मार्ग 22, मोती बाजार 12, राजा रोड़ 28, गांधी रोड 16़, चन्दर नगर 14, 114 त्यागी रोड़ 16, त्यागी रोड़ 18, मद्रासी कालोनी 24, कांवली रोड़ 16, खुडबुड़ा मौहल्ला 18, मालवीय रोड़ 22, खुडबुड़ा मौहल्ला 12, न्यू पार्क रोड़ गांधी ग्राम 28, पार्क रोड़ 8, ब्रहमपुरी 18, वशुन्धरा इन्कलेव 22, निरंजपुर मंडी 12, न्यू पटेलनगर 28, शास्त्रीनगर खाला सीमाद्वार 12, इंजीनियर्स एन्कलेव 18, विजय पार्क 12, श्री देवसुमन नगर (चोर खाला) 28, आकाश दीप कालोनी 16, राजीव कालोनी गोविन्दगढ़ 20, यमुना कालोनी 10, द्वारिका स्टोर 14, 95 आराघर 16, नेहरू कालोनी 24, 38-सुमन नगर 16, आराघर चैक 18, चूना भट्टा 12, विकासलोक लेन-1 सहस्त्रधारा रोड़ 28, नालापानी 12, कृषाली 28, गुजराडा मान सिंह 14, डांडा खुदानेवाला 18, डांडा लखौंड 22, एकता विहार लेन-10- 12, अधोईवाला रक्षा विहार 28, शास्त्रीपुरम तरला आमवाला 24, पत्थर चैक मालदेवता रोड़ 16, गुजरोवाली रोड़ रांझावाला 24, ग्राम व पो0 नथुवावाला 16, तुनवाला 18, अपर तुनवाला 22, मौहब्बेवाला चैक 12, सोसायटी एरिया 10 भगत सिंह मार्ग 28, कृष्णा मार्केट सुभाषनगर 12, आशिमा विहार 0, लेन सींट टर्नर रोड़ 12, चन्द्रबनी अमर मार्ग 16, शिमला बाईपास 24, पित्थूवाला कला 16, कैलाशपुर पित्थूवाला 18, मेहूवाला माफी शिमला रोड़ 22, कारगी ग्रांट 12, मोथरोवाला 28, केदारपुर दून यूनिवर्सिटी रोड़ 12, एम.डी.डी.ए. कालोनी 28, चकशाह नगर शिवलोक कालोनी 10, जोगीवाला हरिद्वार रोड 16, माजरी मोहकमपुर 16, माजरी माफी 22.
निम्न 106 स्थानों पर फीकल कालीफार्म (मानक 0 मिली0) अधिक पाया गया जबकि मानक शून्य है:
जोहड़ी गांव 16, जोहड़ी गांव 8, मालसी गांव 0, मालसी 2, ग्राम व पो0 सिनौला 0, विजयपुर गोपीवाला 0, दून विहार 6, राजपुर 2, किशनपुर 0, काठ बंगला नई बस्ती 8, किशनपुर कैनाल 14, चिडौवाली कण्डोली 10, चिडौवाली कण्डोली 6, विजय कालोनी 6, साला वाला 4, सालावाला 12, विजय कालोनी 2, डी.एल.रोड 14, डी.एल.रोड़ नालापानी 8, ननूरखेड़ा 0, कोटला खाला तरला आमवाला 8, नेशविला रोड़ 8, डंगवाल मार्ग 14, चुक्खुवाला 10, बकराल वाला 6, बकराल वाला 6, करनपुर 4, करनपुर 12, करनपुर 0, रिस्पना वार्ड 12, चन्दर रोड़ राजेश रावत कालोनी 16,, संजय कालोनी 10, रामनगर लक्खीबाग 4, तिलक रोड़ 12, लक्खी बाग 8, भण्डारी बाग 12, पथरीबाग 8, विद्या विहार 14, सरस्वती विहार 10, अजबपुर कलां 6, अन्सारी मार्ग 6, मोती बाजार 4, राजा रोड़ 12, गांधी रोड 10, चन्दर नगर 4, 114 त्यागी रोड़ 10, त्यागी रोड़ 6, मद्रासी कालोनी 14, कांवली रोड़ 10, खुडबुड़ा मौहल्ला 6, मालवीय रोड़ 6, खुडबुड़ा मौहल्ला 4, न्यू पार्क रोड़ गांधी ग्राम 12, पार्क रोड़ 8, ब्रहमपुरी 6, वशुन्धरा इन्कलेव 6, निरंजपुर मंडी 4, न्यू पटेलनगर 12, शास्त्रीनगर खाला सीमाद्वार 4, इंजीनियर्स एन्कलेव 2, विजय पार्क 4, श्री देवसुमन नगर (चोर खाला) 12, आकाश दीप कालोनी 10, राजीव कालोनी गोविन्दगढ़ 8, यमुना कालोनी 0, द्वारिका स्टोर 6, 95 आराघर 8, नेहरू कालोनी 14, 38-सुमन नगर 10, आराघर चैक 6, चूना भट्टा 4, विकासलोक लेन-1 सहस्त्रधारा रोड़ 12, नालापानी 4, कृषाली 12, गुजराडा मान सिंह 4, डांडा खुदानेवाला 6, डांडा लखौंड 6, एकता विहार लेन-10- 4, अधोईवाला रक्षा विहार 12, शास्त्रीपुरम तरला आमवाला 4, पत्थर चैक मालदेवता रोड़ 8, गुजरोवाली रोड़ रांझावाला 14, ग्राम व पो0 नथुवावाला 10, तुनवाला 6, अपर तुनवाला 6, मौहब्बेवाला चैक 4, सोसायटी एरिया 10 भगत सिंह मार्ग 12, कृष्णा मार्केट सुभाषनगर 10, आशिमा विहार 0, लेन सींट टर्नर रोड़ 4, चन्द्रबनी अमर मार्ग 8, शिमला बाईपास 14, पित्थूवाला कला 10, कैलाशपुर पित्थूवाला 6, मेहूवाला माफी शिमला रोड़ 6, कारगी ग्रांट 4, मोथरोवाला 12, केदारपुर दून यूनिवर्सिटी रोड़ 4, एम.डी.डी.ए. कालोनी 12, चकशाह नगर शिवलोक कालोनी 2, जोगीवाला हरिद्वार रोड 8, माजरी मोहकमपुर 16, माजरी माफी 6.
जन-जन को शुद्ध जल अभियान में सबसे कम जल कठोरता ननूरखेड़ा में 252 मिलीग्रा./ली0 पायी गई जबकि सबसे अधिक जोहड़ी गांव में 890 मिली/ली पायी गई। मालसी गांव में 830, मालसी 537, सिनौला 820, विजयपुर 840, दून विहार में 565, राजपुर 535, किशनपुर 561, काठ बंगला नई बस्ती 543, किशनपुर कैनाल रोड़ 761, डी.एल. रोड़ 869, झण्डा बाजार 523, मद्रासी कालोनी 552, कांवली रोड़ 550, ब्रहमपुरी 526, वसुन्धरा इन्कलेव 523, निरंजनपुर मंडी 572, इंजीनियर्स इन्कलेव 524, शिमला बाईपास 512, माजरी माफी 680 इन स्थानों पर पानी की कठोरता मानकों से अधिक थी।
क्या करें:
1 पानी को 5 मिनट तक सिम गैस पर उबालकर ठण्डा करें व छानकर पीने के काम में ले।
2 पानी की टंकी जो बाथरूम में काम आती है उसमें पोटेशियम परमेगनेट (5 दाने प्रति 100ली0) डालकर प्रयोग करें। इसी पानी से सब्जियाँ भी धो सकते हैं।
3 रात के पानी को बासी समझकर न फैंके पुनः प्रयोग करें।
4 पेयजल में तुलसी की मंजरी डालकर रखलें।
5 घर की नालियों को साफ रखें।
6 टपकने वाले नलों को ठीक करायें।
7 आस-पास पाइप में लीकेज हो तो विभाग को सूचित करें।
8 अगर पानी में क्लोरीन है तो कम से कम 4 घंटे,औऱ यदि सुपर क्लोरीन है तो 8 घंटे पानी का इस्तेमाल न करें।
9 घर में पानी इकट्ठा न होने दें।
10 पानी की कठोरता दूर करने के लिए रातभर पानी भरकर रख दें और सुबह छान कर इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस अभियान में नीरज उनियाल, राहुल, रामतीरथ, सुनील राणा, अनिल नौटियाल, आशुतोष, आलोक का विशेष योगदान रहा।
साभार – डा0 बृज मोहन शर्मा
सचिव
MOB.-09411719465,
specs.ecocampaign@gmail.com
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