1 मई से होगा 2 घंटे का कार्य बहिष्कार।
सम्बंधित मांगों को लेकर उत्तराखंड के अन्य जिलों में हुए धरना प्रदर्शन।
देहरादून, 28 अप्रैल: डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन,देहरादून ने भी आज से अपने प्रदेशव्यापी आंदोलन का दूसरा चरण का शुरू कर दिया है। शुक्रवार को समस्त जिला इकाइयों ने सीएमओ कार्यालय में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। अभी तक वह काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जाता रहे थे। एक मई से फार्मासिस्ट सुबह रोज़ 2 घंटे का कार्य बहिष्कर करेंगे। 8 मई से स्वास्थ्य महानदेशालय में कार्मिक अनशन शुरू किया जाएगा। वहीं 15 मई को स्वास्थ्य महानदेशालय पर धरना प्रदर्शन व घेराव की अग्रिम रणनीति तैयार की जाएगी।
अनदेखी का लगाया आरोप
फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष चंद्र मोहन राणा ने कहा फार्मासिस्ट मांगों के समाधान करने में स्वस्थ महानदेशालय पर घोर लापरवाही बरती जा रही है। विभाग की भेदभाव वाले रवैये से फार्मासिस्टो में आक्रोश है। ऐसे उनके पास सिवाय आंदोलन के कोई विकल्प नहीं बचा। उन्होंने कहा कि राज्य में विभागीय स्तर पर आईपीएचएस मानक लागू होने से अस्पतालों में फार्मासिस्ट के पदों की भरी कमी हुई है। जबकी राज्य की विशेष भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए अस्पताल में फार्मासिस्ट की पद बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्हें बताया कि विभागीय मंत्री ने आइपीएचएस मानक संशोधन समिति का गठन तो किया लेकिन चार माह बीतने के बाद भी पदों में वृद्धि का प्रस्ताव स्वास्थ्य महानदेशालय ने तैयार नहीं किया।
फार्मासिस्टस ने सेवा नियमावली, फार्मासिस्ट का नाम बदलकर फार्मेसी अधिकारी करने, वेतन विसंगतियों को दूर करन लंबे समय से खाली चल रहा है पदों पौधों को पद्दोनति के माध्यम से भरने, फार्मेसी काउंसिल का गठन, नॉन फंक्शनल वेतनमान देने सहित अन्य सभी मांगो पर जल्द कारवाई करने की मांग करी। चारधाम यात्रा व कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए फार्मासिस्ट संवर्ग में रखे गए 63 पदो को शीघ्र क्रियाशील किए जाने की मांग भी उन्होंने करी।
आज के प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जिला मंत्री उर्मिला द्विवेदी, प्रांतीय उपाध्यक्ष सी एल भट्ट, डीपीओ डीएस नेगी, जे एस चौहान, विक्रम सिंह पवार, सुमन नेगी, रामराज आदि मौजुद थे।
रूद्रपुर में एसोसिएशन जिलाध्यक्ष बीएन बेलवाल के नेतृत्व में जिले भर से आये फार्मासिस्टों ने सीएमओ कार्यालय पर पहुंच धरना दिया। इस मौके पर धरना स्थल पर फार्मोसिस्टों ने सरकार पर मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया।
मंडलीय सचिव डीके जोशी ने कहा कि सरकार ने मांगों का समाधान नहीं किया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इस दौरान आरएस अधिकारी, जेएस शाह, एचसी पोखरियाल, जेपी आर्या, दिनेश, एनसी सती, एनके भट्ट, आरएस चन्द्र आदि मौजूद रहे।
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