केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह बैठक लेते हुए।

देहरादून,  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार शनिवार को अचानक बतौर केंद्रीय पर्यवेक्षक देहरादून पहुंच गए। उनके यहां पहुंचने से सियासी पारा चढ़ गया। सांसद अजय भट्ट, माला राज्यलक्ष्मी शाह, तीरथ सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के अलावा भराड़ीसैंण से मुख्यमंत्री और तमाम मंत्री भी बीजापुर गेस्ट हाउस पहुंच गए। आनन फानन बजट सत्र निपटा दिया गया। कोर कमेटी की बैठक के दौरान दिनभर नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल विस्तार की अफवाहों का बाजार गर्म रहा। हालांकि शाम को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर तमाम नेताओं ने इस तरह की अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया।

जब देहरादून दौड़े तमाम भाजपा नेता शनिवार को देहरादून में मचे सियासी बवंडर के बीच, भाजपा ने अपने दिग्गज नेताओं को देश के अलग-अलग शहरों से देहरादून पहुंचने का हुक्म दिया। इसके बाद जो जहां था वहीं से सीधे देहरादून के लिए उड़ चला। पर्यवेक्षक रमन सिंह दिल्ली से आए तो महामंत्री संगठन अजय कुमार बंगाल से देहरादून के लिए उड़े। शिक्षा मंत्री निशंक को लखनऊ से देहरादून भेजा गया। सूत्रों के मुताबिक पूरे घटनाक्रम की पटकथा शुक्रवार शाम को बननी शुरू हो गई थी। रात साढ़े आठ बजे दिल्ली से फोन के जरिए गैरसैंण में मौजूद मुख्यमंत्री को शनिवार दोपहर देहरादून पहुंचने को कहा गया। हालांकि तब इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को दी गई। इसके बाद अन्य प्रमुख किरदारों को शनिवार सुबह ही फोन के जरिए देहरादून रवाना होने को कहा गया। सबसे पहले पर्यवेक्षक नियुक्त रमन सिंह और राज्य प्रभारी दुष्यंत कुमार, 11 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सीधे बीजापुर गेस्ट हाउस पहुंचते हैं। यहां प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत पहले से ही उनका इंतजार कर रहे थे। इसके बाद दोपहर बाद ढाई बजे, प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार, अपना बंगाल दौरा आधे में छोड़कर देहरादून पहुंचे।
दोपहर तक गैरसैंण में मौजूद सीएम त्रिवेंद्र रावत 2.54 मिनट पर जेटीसी हेलीपैड पर उतरते हैं, उनके साथ मंत्री धन सिंह रावत भी साये की तरह मौजूद नजर आए। फिर दोनों नेता 3.55 मिनट पर बीजापुर गेस्ट हाउस पहुंचे, तब तक यहां मीडिया का जमावड़ा हो चुका था। इस बीच गैरसैंण में सदन का काम काज पूरा कर अन्य मंत्रियों की भी देहरादून वापसी हुई। मंत्री मदन कौशिक, रेखा आर्य शाम शाम पांच बजे देहरादून पहुंचे। इस कारण सरकारी हेलीकॉप्टर को देहरादून से गैरसैंण के कई चक्कर काटने पड़े। शनिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक लखनऊ में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर रहे थे। इस बीच उन्हें देहरादून पहुंचने को कहा गया। निशंक शाम साढ़े पांच बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। बाद में निशंक ने एयरपोर्ट पर ही रमन सिंह और दुष्यंत कुमार से मुलाकात की। इस बीच पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने भी शाम साढ़े पांच बजे देहरादून पहुंचे। बहुगुणा की काफी समय बाद देहरादून में सक्रियता नजर आई। सांसद अजय भट्ट भी शनिवार सुबह हल्द्वानी से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके थे। लेकिन रामपुर पहुंचते पहुंचते उन्हें भी देहरादून की दिशा में मुड़ने के आदेश हुए, इसके बाद भट्ट आनन-फानन में सड़क मार्ग से देहरादून पहुंचे। इस बीच शाम सवा पांच बजे गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत भी बीजापुर गेस्ट हाउस पहुंचे।

शनिवार दोपहर अचानक भाजपा की कोर कमेटी की बैठक की सूचना आई। सूचना के साथ नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल विस्तार की अफवाहें भी हवाओं में तैरने लगीं। दोपहर करीब दो बजे केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह और दुष्यंत कुमार बीजापुर गेस्ट हाउस पहुंच गए। सांसद अजय भट्ट हल्द्वानी से देहरादून बुलाए गए। कोर कमेटी की बैठक करीब साढ़े चार बजे शुरू हुई। इस बीच कोर कमेटी के कई सदस्य बैठक में पहुंचे। रमन सिंह और दुष्यंत कुमार करीब चार घंटे तक बीजापुर गेस्ट हाउस में रहे। उन्होंने देरी से पहुंचे कोर कमेटी के सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से अलग से बात भी की। इसके बाद रमन सिंह सीएम आवास गए। वहां से आरएसएस कार्यालय पहुंचे। इसके बाद दिल्ली लौट गए।

जब सतपाल महाराज को प्रीतम सिंह ने एडवांस में शुभकामनाएं दी भाजपा की कोर कमेटी की बैठक पर पैनी नजर रख रहे कांग्रेस नेताओं ने शनिवार दोपहर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज को एडवांस में शुभकामनाएं दी। महाराज ने भी मुस्कुराते हुए सभी विधायकों की शुभकामनाओं को स्वीकार किया। दोपहर भोजनावकाश के लिए सत्र स्थगित होने पर महाराज विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष की ओर जा रहे थे। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश के कक्ष के बाहर लाबी में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता खड़े थे। महाराज उनके पास रुके और उनका अभिवादन स्वीकार कर बातचीत करने लगे। महाराज को बाहर लाबी में देख प्रीतम सिंह और काजी निजामुद्दीन तत्काल नेता प्रतिपक्ष के कक्ष से बाहर बाहर निकले। महाराज के पास जाकर उन्हें शुभकामनाएं दी। कहा कि भविष्य के लिए अभी से एडवांस में ढेरों बधाइयां। और महाराज ने भी चिरपरिचित अंदाज में मुस्कुराते हुए शुभकामनाओं को स्वीकार भी किया। महाराज के जाने के बाद एक कांग्रेस नेता ने चुटकी ली कि, महाराज जी कई बार बधाइयां ले चुके हैं। लेकिन उनके मन की नहीं हो पा रही है। दूसरी तरफ, भाजपा कोर कमेटी बैठक की वजह से उपजी सियासी सरगर्मियों की वजह से कांग्रेस भी अलर्ट है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा गोविंद सिंह कुंजवाल, प्रीतम सिंह, काजी निजामुद्दीन, ममता राकेश इस कोर कमेटी की बैठक के निहितार्थ तलाशते रहे।

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सोशल मीडिया में नेतृत्व परिवर्तन और मंत्रिमंडल विस्तार की अफवाहें फैलती रहीं, लेकिन बैठक से बाहर आए राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने इन्हें सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह की बात केवल मीडिया में चल रही है, पार्टी में नहीं। सभी कोर कमेटी के सदस्यों ने एक सुर में कहा कि पार्टी में किसी तरह का मनमुटाव नहीं है। कोर कमेटी की बैठक आगामी चिंतन और प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के साथ ही 18 मार्च को होने वाली त्रिवेंद्र सरकार के चार साल के कार्यक्रमों पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी। हालांकि भाजपा में सियासी हलचल जारी थी। विधायक भी देहरादून में एकजुट होने शुरू हो गए थे। मुख्यमंत्री के रविवार को दिल्ली जाने की चर्चाएं भी आम रहीं।

 

त्रिवेंद्र भैजी सीधे फाँसी चढ़वा दो इंद्रेश मैखुरी को