हरिद्वार,16 जुलाई: मानसून सक्रिय होने के बाद आफत की बारिश ने हरिद्वार जनपद में जो भारी तबाही मचाई है वह दिल दहला देने वाली है। सैकड़ों गांव और लाखों हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो गई है। लोगों की फसलें खत्म हो गई है तथा घरों और दुकानों में पानी भरा है जो लोगों की जान के लिए संकट बना हुआ है। वही लोगों व मवेशियों की सुरक्षा सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।
पहाड़ का पानी जब हरिद्वार आता है तो वह रुड़की, लक्सर और खानपुर तथा भगवानपुर क्षेत्र में बड़ी तबाही का कारण बन जाता है। सोलानी नदी का तटबंध टूटने से इस क्षेत्र में जल प्रलय की जो स्थिति पैदा हो गई उसका कोई समाधान किसी के पास नहीं है। प्रशासन टूटे तटबंध को ठीक करने में जुटा है लेकिन जिन क्षेत्रों में 8 से 10 फुट तक पानी भरा हुआ है वहां अब आम आदमी अपनी जान और अपने मवेशियों की जान बचाने के लिए लहरों से लड़ रहा है एनडीआरएफ की टीमें लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी है लेकिन इतने बड़े क्षेत्र में आई इस आपदा में वह नाकाम साबित हो रही है। उनके मोटर वोटों के मोटर भी इस पानी में फेल हो गए हैं और वह उन्हें धक्का मारकृमार कर धकेल रहे हैं।
खास बात यह है कि मौसम विभाग द्वारा आज दिन 3 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया उनमें नैनीताल, उधमसिंह नगर और चम्पावत में भारी बारिश हो रही है। आने वाले 17कृ18 जुलाई के लिए आज फिर 5 जिलों के लिए रेड व बाकी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगर यह मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित होती है तो फिर हरिद्वार में भारी तबाही को रोक पाना संभव नहीं होगा।