देहरादून, 18 जून 2023: सयुंक्त आंदोलनकारी मंच के तत्वाधान 10% क्षतिज आरक्षण की बहाली एवं चिन्हिकरण की मांग को लेकर पूर्व प्रस्तावित राज्य आंदोलनकारियों की महाबैठक देहरादून के शहीद स्मारक में आयोजित कि गई।
सयुंक्त मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती और अम्बुज शर्मा ने 10% और चिन्हिकरण के मुद्दे पर हो रही देरी के कारणों को सभा के सम्मुख रखा जिसका बाद लोगों ने अपने सुझाव सामने रखे।
बैठक में सहभाग करने पहुंचे राज्यआंदोलनकारी रहे पूर्व विधायक नरेंद्रनगर ओम गोपाल रावत ने कहा कि आज जिस स्थिति में राज्य है इसकी तो हमने कभी कल्पना भी नहीं करी थी, मुख्यमंत्री राज्य आंदोलनकारियों को गुमराह कर रहे हैं, यदि नहीं तो उन्हें शीघ्र इस पर कार्यवाही कर इसे अमली जामा पहनाना चाहिए।
उत्तराखंड छात्र संघ संघर्ष समिति के अध्यक्ष व डीएवी महाविद्यालय के पूर्व प्रधान वीरेन्द्र पोखरियाल ने कहा यह आरक्षण हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिये है। इस मुद्दे पर सभी आंदोलनकारियों को एक साथ खड़ा होना होगा। उन्होंने आंदोलन में समय न दे पाने के कारण माफ़ी मांगते हुऐ कहा कि वह हमेशा उनके खड़े हैं।
खटीमा से आये चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के महासचिव भगवान जोशी भाजपा संगठन पर आरोप लगाते हुऐ कहा कि उनके द्वारा दवाब बनाये जाने के कारण ही धामी जी इसे लागू करवाने में हिचकीचा रहे हैं।
आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि सरकार अब आंदोलनकारियों के धैर्य कि परीक्षा ना ले, अब पानी सर के ऊपर हो चला है।
ऋषिकेश कि रेणु नेगी ने मौजूद लोगों को बताया कि वह लगातार 5 दिनों से धरने आ रही हैं उन्हें की बेरोजगारों तो धरने पर लड़ाई लड़ रहे हैं और जो लोग इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं ना तो कभी यहां आते हैं और ना ही किसी तरह का कोई योगदान ही करते हैं। आज समर्थन में यहां हो चुके हैं जिनके रहने खाने की व्यवस्था जिसके लिए कुछ आर्थिक मदद की अपील करी जिसके बाद पूर्व विधायक ओम गोपाल ने ₹1100, शेर सिंह रावत ने अपनी एक माह कि पेंशन, अरुणा थपलियाल ने 200, खटीमा के भगवान जोशी ने 500, उर्मिला पंत, सत्या पोखरियाल,वीरेन्द्र रावत ने 100 का अमूल्य योगदान किया।
ऋषिकेश से आये जिला पंचायत सदस्य भिलाँगना के शेर सिंह रावत ने सुझाव देते हुए कहा कि बिना आर्थिक सहयोग के ये आंदोलन मुकाम तक पहुंचना मुश्किल है अतः जल्द ही किसी को इसकी जिम्मेदारी सौंप कर इस दिक्कत को दूर किया जाये। फिलहाल जो लोग कुछ आर्थिक मदद करना चाहते हैं वह 7017728425 पर गूगल पे के माध्यम से भी मदद कर सकते हैं.
कार्यक्रम के अंत में अध्यक्षता कर रही उर्मिला शर्मा व मातृ शक्ति की प्रतीक मुन्नी खंडूरी व कई अन्य महिलाओं ने घोषणा करी कि अगर अगले 15 दिन के भीतर सरकार उनकी इन दोनों मागो को पूरा नहीं करती तो भाजपा की सदस्ता से त्यागपत्र दे देंगी।

कार्यक्रम कि अध्यक्षता पूर्व सम्मान परिषद् की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला शर्मा व संचालन पुरण सिंह लिंगवाल ने करा ।

प्रस्ताव जो बैठक में पास हुए

1 . आगामी 22 जून को पूरे प्रदेश के राज्य आंदोलनकारी, तहसील व जिला स्तर पर क्षतिज आरक्षण व चिन्हिकरण की मांग को लेकर माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेंगे.

2 . 26 जून को जिलाधिकारी देहरादून का चिन्हिकरण के मुद्दे पर घेराव किया जायेगा।

3 . लगातार 14 दिन से चले आ रही धरने को सतत जारी रखने का ऐलान भी किया गया।


बैठक को भगवान जोशी खटीमा, मनमोहन रावत पौड़ी, नवीन नैथानी नैनीताल, जगमोहन सिंह नेगी अध्यक्ष आंदोलनकारी मंच, वीरेंद्र पोखरियाल, अंबुज शर्मा,हरी प्रकाश शर्मा, प्रेम सिंह नेगी, सत्या पोखरियाल, लाखन सिंह चलवाल, हरीश पंत(चमोली), मुन्नी खंडूरी, सुमित राज थापा, कामरेड जीडी डंगवाल, रोशनी देवी पोखरियाल, देवेशरी रावत, विमला बहुगुणा, मनमोहन सिंह नेगी, सुदेश सिंह, प्रभात डंडरियाल आदि ने संबोधित किया।
इसके अलावा बैठक में विनोद असवाल , माया देवी, सुधीर नरायण शर्मा, प्रताप सिंह चौहान, संगीता रावत,सजीव नेगी ,धर्मेंद्र रावत, भगवान सिंह,परवीन पोखरियाल,गीता नेगी, शंकर सिंह सजवाण ,अरुणा थपलियाल,सत्या पोखरियाल ,बलवीर नेगी, जी डी डंगवाल,पवीन गुसाई,बीर सिंह रावत,आभिष चौहान, हरी सिंह महर,गणेश डंगवाल,सुरेंद्र रावत (शिमला रोड),उर्मिला पंत,कमला गैरोला,पुष्पलता सिलमाना,सुशील चमोली,दिवाकर उनियाल,मान सिब्घ गौतम हरदीप सिंह लक्की आदि लोग मौजूद थे।