उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के सम्मान से हुआ भव्य रामलीला का मंचन।
देहरादून,17 अक्टूबर : रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून द्वारा रामलीला के दूसरे दिन का शुभारंभ उत्तराखण्ड राज्य के आंदोलनकारियों के सम्मान के साथ हुआ। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष अभिनव थापर ने कहा टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड आंदोलन का प्रमुख केंद्र रहा, 1994 में आंदोलन में सभी वर्गो व व्यापारियों ने इसमें अपना सहयोग दिया। उत्तराखंड राज्य का निर्माण संघर्षों, बलिदानों और शहादत से हुआ है अतः रामलीला ने आज के दिवस को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को समर्पित कर शहीदों को नमन कर रामलीला मंचन किया गया ।
रामलीला द्वितीय दिवस में आज ताडिका वध का शानदार मंचन रहा। ताडिका अपने साथियों के साथ जनता के बीच ” आग उगलते हुए ड्रोन के साथ मंच पर प्रवेश किया और दर्शकों ने तकनीक और ताडिका के अद्भुत संगम को तालियों की गड़गड़ाहट से सराहा । इसके अलावा लेजर शो के साथ आरती के आकर्षण का आनंद भी लोगों के द्वारा लिया गया।
आज़ के कार्यक्रम में अतिथिगणों के रूप में मुख्य रूप से पृथक राज्य आंदोलन को अपने दोनों पैर गंवाने वाले अमित ओबरॉय, जन गीतकार जयदीप सकलानी, पूर्व राज्य मंत्री रविन्द्र जुगरान, उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के जगमोहन नेगी, प्रदीप कुकरेती, रामलाल खंडूरी आदि का सम्मान किया गया।