दिल्ली , महाराष्ट्र के राज्यपाल व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी से दिल्ली महाराष्ट्र सदन में स्वदेशी जागरण मंच कोटद्वार के प्रतिनिधि मंडल ने विभिन्न विषयों पर मुलाकात कर चर्चा करी.इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संघर्ष वाहिनी प्रमुख प्रवीण पुरोहित ने उनसे कहा कर्णआश्रम को “स्वच्छ भारत मिशन” के अंतर्गत “स्वच्छ iconic स्थान” के रूप में चयनित किया गया था, परन्तु वहां विभिन्न कारणों से कार्य नहीं हो पाए हैं,अभी तक वहां सीएसआर फंड के लिए कोई कंपनी का चयन भी नहीं हुआ है, प्रधानमंत्री जी की सोच थी कि प्रोजेक्ट के लिए बड़ी कंपनिया अपने सीएसआर फंड से जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से ऐसे राष्ट्रीय महत्व, धार्मिक महत्व,प्राचीन जगहों का विकास करेगी, परंतु Corona के कारण, विभागों के बीच तालमेल नहीं होने,विभागों की लापरवाही आदि कई कारण से विकास कार्य रुक गए हैं,कर्ण आश्रम का हाई कोर्ट में भी मामला होने के कारण सब कार्य गलतफहमी की वजहों से अटक गए जबकि जिस विषय पर मामला नहीं है,वहां तो कार्य होना चाहिए, वहां भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उत्खनन कार्य भी शुरु नहीं किया है, karnashram संपर्क मार्ग निर्माण जरूरी है,

इसके साथ ही स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिये उत्तराखंड की कंपनी को उत्तराखंड के सरकारी टेन्डर मैं प्राथमिकता के आधार पर मौका देने का भी निवेदन किया, इससे यहां के लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.गाय पालन कर रहे लोगों को राहत देने का निर्णय अब शासन इसतर पर लंबित है, इस विषय में जल संस्थान से प्रस्ताव बनकर शासन को चला गया है, एक तरफ तो स्वरोजगार बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाओं मैं सरकार सब्सिडी दे रही हैं वहीं दूसरी तरफ गाय पालन कर रहे लोगों को जल संस्थान द्वारा व्यावसायिक बिल दिया जा रहा है, कोटद्वार सहित उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से ,कई जगह से इसकी शिकायत आ रही है,जिसको व्यावसायिक की जगह समान्य बिल पर जनहित में फैसला अतिशीघ्र किया जाये.साथ ही कोटद्वार-नजीबाबाद-हरिद्वार रोड की दयनीय स्थिति के बारे में भी बताया, खूनीबड भाभर मैं भविष्य में पानी संकट न हो इसके लिए खूनीबड में बड़ा नलकूप स्वीकृति के साथ और भी नलकूप देने,विभिन्न पानी की पाइप लाइन स्वीकृति आदि विषयों के लिए अनुरोध किया.

इस अवसर पर प्रवीण पुरोहित ने विशेष रूप से कर्ण आश्रम मैं सौन्दर्यीकरण कार्य विकास कार्य हेतु किसी कंपनी के सीएसआर फंड से कार्य करवाने,संपर्क मार्ग निर्माण, मालान खो नदी के बाढ़ सुरक्षा कार्य जो भारत सरकार और राज्य सरकार से होने है,कर्णआश्रम घाट निर्माण,सिंचाई नहर के कार्य,गंगा किनारे घटों का सौन्दर्यीकरण,सुरक्षा दीवार बनाने का भी निवेदन किया,साथ मैं ही लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिये सब्सिडी से लेकर विभिन्न विषयों पर जल्दी निर्णय करने, डिग्री कॉलेज खेल मैदान से लगी वन भूमि हस्तांतरण करने, कीटनाशकों के सरकारी टेंडर मैं अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड की कंपनी को भी प्रतिभाग करने का मौका देने के लिए निवेदन किया है, जिस पर महामहिम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी जी ने सभी विषयों पर कार्यवाही के लिए आश्वासन दिया है, जहां भी पत्र लिखा जाना होना वो प्रोटोकाल का पालन करते हुए लिखेंगे भी तथा कहा कि प्रयास करते रहना चाहिए सफलता प्रयासों से ही मिलती हैं, इस सकारात्मक ऊर्जा देने के लिए उनका आभार व्यक्त किया.
इस अवसर पर प्रांत प्राचार् प्रमुख आशीष रावत ने कोटद्वार मैं बड़ा खेल मैदान बनाने के लिये सहयोग करने के लिये निवेदन किया है, विभाग संयोजक नरेंद्र रावत और मेहरबान सिंह रावत ने जल जीवन मिशन मैं आ रही दिक्कतों को बताया अवाम सिचाई विभाग की सुरक्षा दीवार निर्माण की मांग की

प्रतिनिधिमंडल में प्रवीण पुरोहित, आशीष रावत,मेहरबान सिंह रावत, नरेंद्र रावत आदि शामिल थे. प्रवीण पुरोहित ने बताया कि पूर्व में वो इसी सन्दर्भ में तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मिले थे तथा उनको ज्ञापन भी सौपा था.जिसमें तीरथ जी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए थे.और सब विषयों पर फाइल चली थी. कर्णआश्रम के सन्दर्भ में तत्कालीन केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा से लेकर विभिन्न मुख्यमंत्री तक, उत्तराखंड के कई कैबिनेट मंत्रीयों से लेकर कई सांसदो तक मिल चुके हैं.