एम्स से निष्काषित कर्मचारी संघर्ष मोर्चा ने एक आवश्यक बैठक व्यापार सभा में आहूत की गई,जिसमें कई दलों व् संगठन के लोगों ने शिरकत करी। 

 सर्वदलीय बैठक में वक्ताओं ने एक मत से मोर्चा को समर्थन की घोषणा कि जिसमे उत्तरखंड राज्य आंदोलनकारी मंच. सयुंक्त संघर्ष समिति , मैती संस्था बेरोजगार संघ,गढ़ सेना,यूकेडी, भाजपा,कांग्रेस,सपा, आदि संगठनो से जुड़े पदाधिकारी  मौजूद थे। जिसमे निर्णय लिया गया कि एम्स निदेशक द्वारा कर्मचारियों की न्यायोचित मांग पर अगर सही निर्णय नहीं लिया गया तो सर्वदलीय मोर्चा भी इनके साथ  आंदोलन में  पड़ेगा। वक्ताओं ने एम्स निदेशक द्वारा किये गए भ्रस्टचार की सीबीआई से जाँच करवाने की मांग करी व्  उत्तराखंड से भेदभाव करने का आरोप लगाया।  वक्ताओं ने कहा कि ७० प्रतिशत उत्तरकाण्ड के बेरोजगारों को भर्ती में प्राथमिकता दी जाये वक्ताओं ने निदेशक पर म लगाया की उन्होंने अपने चहेतों को ही निर्माण कार्य ,खरीदारी,पार्किंग ठेका आदि कार्यो पर लगा रखा है।

 बैठक की अध्क्षता राजपाल खरोला तथा संचालन
 डी,एस,गुसाईं ने किया। बैठक में विक्रम भंडारी,गंभीर मेवाड़,युद्धवीर चौहान,बलबीर नेगी,बॉबी पाँवर,सचिन थपलियाल,मोहित डोभाल,दीपक रयाल, सौरभ मारवाड़ी,मोहित भट्ट,अरविन्द हटवाल,राजेंद्र शर्मा,कुसुम जोशी,मधु जोशी,अंजू गैरोला,उषा पोखरियाल,कमला नेगी,शीला पंत,नवीन शर्मा,रमा उनियाल,सुशील राणा, गौरव मारवाड़ी,अमित बलोनी,मनोज बिष्ट,गोवर्धन बलूनी,सुनील खंडूड़ी,दीपक गुसाईं आशुतोष शर्मा मारवाड़ी,पवन नेगी,शुभम चौहान,अनीता भंडारी,जयवीर रावत,निधि सिंह,मोनिका शर्मा,
आदि मौजूद थे.