नई दिल्ली 9 अगस्त: बम्बई से मुंबई , मद्रास से चेन्नई , कलकत्ता से कोलकाता, उत्तरांचल से उत्तराखंड।

अब बारी है केरल की को अपना नाम बदलकर ‘केरलम’ करना चाह रहा है जिसके लिए वहां की विधानसभा ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दिया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि राज्य को मलयालम में ‘केरलम’ कहा जाता है। लेकिन अन्य भाषाओं में यह अब भी केरल ही है। सीएम विजयन ने विधानसभा में धारा 118 के तहत प्रस्ताव पेश किया.

ये है नया प्रस्तावित नाम

इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से सभी आधिकारिक दस्तावेजों और संविधान की 8वीं सूची में केरल का नाम बदलकर ‘केरलम’ करने का आग्रह किया। इस प्रस्ताव को कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी दल UDF ने किसी संशोधन या बदलाव का सुझाव दिए बगैर स्वीकार कर लिया । इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ए एन शमसीर ने समर्थन के आधार पर इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित करने की घोषणा की।

केंद्र सरकार सरकार से किया अनुरोध

केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने केंद्र सरकार से अनुरोध करते हुऐ कहा कि वह संविधान के अनुच्छेद तीन के तहत इसे संशोधित करके केरलम करने के लिए कदम उठाए और संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्लिखित सभी भाषाओं में इसका नाम बदलकर ‘केरलम’ करे।