हरिद्वार, बीइंग भगीरथ टीम द्वारा कांवड़ियो द्वारा गंगा में बहायी जा रही पुरानी कांवड़ गंगा से बाहर निकालने का अभियान जोरो शोरों से विभिन्न गंगा घाटों पर चलाया जा रहा है। टीम के सदस्य लगातार पाँच दिन से गंगा में बह रही पुरानी कांवड़ों को एकत्र कर नियत स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवम अरोड़ा ने बताया कि कांवड़ियो द्वारा बड़ी संख्या में पुरानी कांवड़ गंगा में बहायी जा रही हैं। जिसके गंगा में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। शिवम अरोड़ा ने कहा कि गंगा से निकाली जा रही पुरानी कांवड़ों का उपयोग पेड़ों पर पक्षियों के आशियाने बनाने के लिए किया जा रहा है। टीम के सदस्य अब तक हजारों कांवड़ गंगा से निकाल चुके हैं। उन्होंने जल भरने आ रहे कांवड़ियों से अपील की कि गंगा को स्वच्छ बनाने में सहयोग करते हुए पुरानी कावड़ गंगा में ना बहाएं। गंगा को निर्मल बनाने में सभी का सहयोग आवश्यक है। गंगा जल लेने आ रहे कांवड़ियो को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। जितेंद्र चैहान ने कहा कि गंगा के प्रदूषण मुक्त करने में शिवभक्त कांवड़ियों की भूमिका भी निर्णायक होनी चाहिए। कांवड़ मेले के दौरान शिवभक्त कांवड़िए अपने साथ लायी पुरानी कांवड़ों को गंगा में ना बहाएं। क्योंकि भारी तादाद में गंगा घाटों पर पुरानी कांवड़ें एकत्र हो जाती हैं। जिससे गंगा घाटों पर स्नान कर रहे श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गंगा हमारी आस्था का केंद्र बिन्दु है। गंगा को नियमित रूप से प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सभी को मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। बीइंग भगीरथ की युवा टीम कांवड़ मेले के दौरान भी गंगा घाटों पर वृहद स्तर से श्रमदान कर रही है। साथ ही शिवभक्त कांवड़ियों को भी पाॅलीथीन पन्नियां, पुरानी कांवड़ व वेस्ट सामग्री अपने साथ ना लाने की अपील भी की जा रही है। स्थानीय व्यापारियों से भी सहयोग की अपील की गयी है। इरशाद मंसूरी ने कहा कि गंगा भारत की पहचान है। कांवड़ मेला सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा का केंद्र बिन्दु बनता जा रहा है। राज्य सरकार को भी कांवड़ मेले की सुख सुविधाओं के साथ साथ कांवड़ मेले के दौरान जगह जगह होर्डिंग पर अंकित सूचनाएं प्रेषित करनी चाहिए। गंगा घाटों पर पुरानी कांवड़ ना डाले जाने की अपील वाले साईन बोर्ड लगाए जाएं। जिससे शिवभक्त भी जागरूक होंगे। बीइंग भगीरथ टीम संयोजक शिखर पालीवाल, शिवम चैहान, अक्षय बिष्ट, रूचिता, राहुल गुप्ता, सागर पुरोहित, गोकुल, आदित्य भाटिया, सुदीप, मन्नू आदि सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने गंगा से पुरानी कांवड़ निकालने में सहयोग किया।