If you are also running WhatsApp then be careful!

8 फरवरी से व्हाट्सएप की नई नीति शुरू होने जा रही है जिस कारण भारतीय उपयोगकर्ता को निजता छीनने का डर सताने लगा है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में व्हाट्सएप इस्तेमाल करने वाले यूजर्स नए सिग्नल ऐप की ओर रुख कर रहे हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार गूगल प्ले स्टोर पर सिग्नल ऐप को एक करोड़ से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं

व्हाट्सएप की नई नीति के अनुसार वह आपकी सारी जानकारियां मसलन आपके घर,ऑफिस की लोकेशन,बैंक खातों के विवरण,आप कब कहाँ गए,क्या खरीदा, किससे खरीदा ,परिवार में कितने सदस्य हैं आदि को जिसे कम्प्यूटर की भाषा में डाटा कहा जाता है फेसबुक की दूसरी कंपनियों के साथ साझा करने के लिए आपकी सहमति माँग रहा है जिसे वह अपने नए अपडेट के जरिये माँग रहा है ।जिसमें उसने कहा है कि व्हाट्सएप की सेवाएं जारी रखने के लिए 8 फरवरी 2021 तक उनसे स्वीकार करें अन्यथा आप इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। बिना व्हाट्सएप की नई नीति को स्वीकार किये इसका इस्तेमाल संभव नहीं होगा। ऐसे में बड़े पैमाने पर लोग सिगनल एप और टेलीग्राम जैसे मैसेजिंग एप की तरफ रुख कर चुके हैं। दुनिया के सबसे अमीर आदमियों में शुमार टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ट्वीट कर कि किसी भी व्यक्ति के लिए उनकी निजता से बड़ी कोई चीज नहीं इसलिए वह सिग्नल एप का उपयोग करते हैं।की लोकप्रियता टेस्ला सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बातचीत कर बताया कि वह व्हाट्सएप पर नहीं बल्कि सिग्नल एप का उपयोग करते हैं । इसके बाद ज्यादातर लोग लगातार सिग्नल एप को डाउनलोड कर रहे हैं यही वजह है कि देखते-देखते सिग्नल एप व्हाट्सएप को पीछे छोड़ दिया । ग्रुप बनाकर कोई भी नहीं सकता है इसकी खास बात यह है कि इसमें कोई भी व्यक्ति व्हाट्सएप की तरह ग्रुप बनाकर किसी को नहीं जोड़ सकता है इसके लिए उसे बकायदा इनविटेशन भेजना पड़ता है जिसे स्वीकार के बाद ही व्यक्ति ग्रुप का हिस्सा बन पाता है व्यक्ति का आईपीओ एड्रेस भी सुरक्षित रखता है।