देहरादून ,पहाड़ों में चकबन्दी के लिये प्रयासरत गरीब क्रान्ति अभियान, द्वारा पारंपरिक ढोल-ढोल के साथ शहीद स्मारक उत्तराखण्ड आन्दोलन के शहीदां का श्रद्धाजलि देने के उपरान्त ‘‘चकबन्दी दिवस’’ का आयोजन शुरू किया गया । इसमें ‘‘बात पहाड़ की जमीन बचाने की’’ को वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश दत्त उनियाल द्वारा रचित उत्तराखण्ड कृषि भूमि एवं भू राजस्व अध्नियम विधेयक- 2019 के प्रारूप का लोकार्पण किया गया। चकबन्दी जनजागरण हेतु चार चकबन्दी गीतों …..
1. ‘‘चकबन्दी हूणी जरूरी च भै,
2. ‘‘चकबन्दी से आली उत्तराखण्ड का खुशहाली’’
3. ‘‘दौर ऐ गे चकबन्दी कु’’ एवं
4. ‘‘खेत-खलिहान’’ की लॉचिंग की गयी ।
चकबन्दी आन्दोलन से वर्षो से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार स्व0 श्री एल0 मोहन कोठियाल के विचारों को आगे बढ़ाते हुये ‘‘कृषि’’ क्षेत्र में नया प्रयोग कर रहे गाँव पनाऊँ पो0ओ0 भीड़ा ब्लॉक थलीसैंण निवासी जो कि सितम्बर 2016 में गाँव व पोस्ट कुण्डजोली विकासखण्ड बीरोंखाल पौड़ी गढ़वाल में 94 नाली बंजर भूमि को आबाद कर कृषि एवं बागवानी पर काम कर रहे हैं श्री अनूप सिंह पटवाल एवं अनिल सिंह पटवाल दो भाईयों को संयुक्त रूप से ‘‘संकल्प श्री’’ सम्मान दिया गया ।
अभियान के संयोजक कपिल डोभाल ने मुख्य कार्यक्रम ‘‘बात पहाड़ की जमीन बचाने की’’ से सम्बन्धित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर, कैसे बदलाव आ सकता है, चकबन्दी क्यों ?, अब तक क्या कुछ हुआ है?, अब तक क्या कुछ हुआ है?, चकबन्दी पर सरकारी प्रगति एवं पर्वतीय क्षेत्र में किसान विद्यालय एवं कृषि विषय की उपयोगिता पर बल दिया।
कहाँ किया वित्त मंत्री ने कार्यशाला का आयोजन जानने के लिए यहाँ क्लिक करें 
इस अवसर पर चकबन्दी के मॉडल के रूप में गोदी-खलाडी पुरोला के किसान यद्धुवीर सिंह रावत, स्वरोजगार के रूप में धुमोकोट के सुन्दरियाल प्रोडक्शन एव जड़ी बूटी के लिये रामकृष्ण पोखरिखाल पर बनी डॉक्यूमेंटरी फिल्म भी दिखाई गयी।
 मुख्य अतिथि कृषि मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुबोध उनियाल ने कहा कि चकबन्दी जनजागरूकता से ही संभव है और सरकार चकबन्दी नियामावली शीघ्र ही तैयार हो जायेगी एवं जागरूकता हेतु ग्राम प्रधानों एवं क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधियों की ब्लॉक स्तर पर ट्रेनिंग करवाई जायेगी ताकि वह अपने-अपने गाँव में चकबन्दी के प्रति लोगों को जागरूक कर सके। साथ ही राज्य में जड़ी-बूटी कृषिकरण एवं रोजगार, उच्च लाभ वाली फसलें एवं तकनीकें, बदलते दौर में उद्यानीकरण,,राज्य में कृषि वानिकी, संभावनामय पुष्पोत्पादन एवं सगन्ध पादप मसाला कृषि का क्षेत्र हस्त शिल्प, पर्वतीय कृषि उत्पाद की संभावनाओं पर चर्चा की गयी। विधायक यमुनोत्री केदार सिंह रावत ने कि चकबन्दी करने हेतु शीध्र ही इसके निदेशालय का गठन होना चाहिये।
पूर्व महाप्रबन्धक डॉ वी0पी0 नौटियाल ने पहाड़ की जमीन बचाने के लिये युद्ध स्तर पर बन्दोबस्त करने की बात की  विधायक यमुनोत्री केदार सिंह रावत ने  कहा कि चकबन्दी करने हेतु शीध्र ही इसके निदेशालय का गठन होना चाहिये। पूर्व महाप्रबन्धक डॉ वी0पी0 नौटियाल ने पहाड़ की जमीन बचाने के लिये युद्ध स्तर पर बन्दोबस्त करने की बात की
कार्यक्रम में पूर्व चकबन्दी बन्दोबस्त अधिकारी  कुवंर सिंह भण्डारी, उद्यानपति निर्मल तोमर, मसाला उद्यमी प्रियंका असवावल  प्रकाश गौड़, जयदीप सकलानी,अम्बुज शर्मा ,त्रिलोचन भट्ट,बॉबी पंवार, चतुर सिंह नेगी, सुमन नेगी,लुसुन टोडरिया, प्रदीप कुकरेती, क्रांति कुमार,मनोज ध्यानी,सचिन थपलियाल आदि उपस्थित थे।
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