पौड़ी। पर्यटन मंत्री ने पौड़ी व अल्मोड़ा की सीमा पर स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर में नवनिर्मित मंदिर के उद्घाटन व मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने लोक कलाकारों के लिए कई घोषणाएं की। गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि कहा कि प्रदेश के लोक कलाकारों को संस्कृति विभाग द्वारा एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा। इस पहचान पत्र में कलाकार का आधार नंबर, आय व अन्य सभी प्रकार के विवरण उपलब्ध होंगे। यह पहचान पत्र सभी कलाकारों को हर प्रकार की सुविधाएं दिलाने में बेहद उपयोगी होगा।
उन्होंने कहा कि कलाकारों की पहचान ग्राम सभा, ब्लाक व नगरपालिका स्तर से होगी। ऐसा करने से जमीनी व पारंपरिक कलाओं से जुड़े वास्तविक कलाकारों की सही पहचान हो पाएगी। कलाकारों को उनकी श्रेणी और कला के अनुसार श्रेणीबद्ध भी किया जाएगा। कहा कि पहचान पत्र के आधार पर संस्कृति विभाग द्वारा चयनित कलाकारों का जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा, दुर्घटना बीमा भी कराएगा। उन्होंने घोषणा करी कि 45 साल से अधिक आयु के मूर्धन्य चयनित कलाकारों के माध्यम से उनके निकटवर्ती पंचायत घरों, सामुदायिक भवनों, मिलन केंद्रों में सांस्कृतिक कार्यशालाएं संचालित कराई जाएंगी। जिससे कि उनके लिए नियमित आर्थिकी की व्यवस्था हो सके। उन्होंने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा निर्माणाधीन प्रेक्षागृहों को सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। जिससे खराब मौसम आदि में भी कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें। कहा कि प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकाली का यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। कार्यक्रम में लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, मीना राणा, बिशन सिंह हरियाला, सौरव मैठाणी और महिमा उनियाल ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी। इस मौके पर सल्ट विधायक महेश जीना, राष्ट्रीय महामंत्री भाजपा महिला मोर्चा दीप्ति रावत, ब्लाक प्रमुख बीरोंखाल राजेश कंडारी, नरेंद्र रौथाण, महाकाली मंदिर समिति गढ़वाल-अल्मोड़ा के अध्यक्ष चंदन सिंह रावत, विजय सिंह रावत, हयात सिंह रावत, उदय सिंह रावत आदि शामिल रहे।