जिला चिकित्सालय में मरीजों की भीड़।
जिला चिकित्सालय में ओपीडी की संख्या बढ़ी
-तीन से चार सौ से अधिक पहुंच रहे मरीज, फिजिशियन न होने से मरीज परेशान
रुद्रप्रयाग, मौसम के बदलने से लोगों में बीमारियां भी फैलने लगी है। ऐसे में जिला चिकित्सालय में ओपीडी की संख्या भी बढ़ गयी हैं। हर दिन तीन से चार सौ के करीब मरीज पहुंच रहे हैं। फिजिशियन न होने के कारण मरीजों को दिक्कतें हो रही हैं।
          दरअसल, एक सप्ताह से तेज धूप और धूल उड़ने से लोगों में बीमारियां फैल रही हैं। तेज धूप में सफर करना लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है, जबकि वाहनों में आवागमन करने वाले लोगों को धूल के फुव्वारों से होकर गुजरना पड़ रहा है। धूल के आंखों में चले जाने से आंखे लाल हो रही हैं, जबकि तेज धूप से सर में दर्द जैसी शिकायतें आ रही हैं। इसके अलावा वायरल की भी शिकायतें ज्यादा बढ़ गई हैं। सदी, जुखाम, बुखार और पेट दर्द से मरीज परेशान हैं। हर दिन जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। फिजिशियन न होने के कारण मरीजों को श्रीनगर की ओर रूख करना पड़ रहा है या फिर वे प्राईवेट क्लीनिकों के पास जा रहे हैं। यदि मौसम इसी तरह रहा तो मरीजों की संख्या में वृद्धि होती जायेगी। तेज धूप के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। आॅल वेदर कार्य के चलते राजमार्ग की हालत खस्ता बनी हुई है। प्रशासन की ओर से कई बार विभाग को पानी का छिंड़काव करने को कहा गया, लेकिन विभाग की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। सबसे बड़ी समस्या दुपहिया वाहन चालकों को हो रही है। तेज धूप और धूल भरे रास्ते से होकर दुपहिया वाहन गुजर रहे हैं। चिकित्सक डाॅ डीएस रावत ने बताया कि इन दिनों मौसम में काफी बदलाव आ रहा है, जिस कारण बीमारियां भी फैल रही हैं। हर दिन ओपीडी की संख्या बढ़ रही है। तीन से चार सौ से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। बताया कि बीमारी से बचने के लिए अपने आस-पास सफाई का होना जरूरी है। पानी को उबालकर पीना पड़ेगा। साथ ही तेज धूप और गर्मी से अपना बचाव करें। सफर करने वाले लोगों को चेहरे पर मास्क या हेलमेट का इस्तेमाल करना चाहिए। कहा कि इस सीजन में एलर्जी की शिकायत ज्यादा आ रही हैं। वहीं जिला चिकित्सालय के सीएमएस दिनेश चन्द्र सेमवाल ने बताया कि चिकित्सालय में 17 पर नियुक्ति की गई है, जबकि दो चिकित्सकों ने रिजाइन दे दिया है। चिकित्सकों की डिमांड शासन से की गयी है। फिजिशियन की व्यवस्था भी की जा रही है।