देहरादून, परेड ग्राउंड के निकट बनाए गए अधिकृत धरना स्थल अब अवैध पार्किंग में तब्दील होने लगा है। जिससे धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों को अब परेशानी होने लगी है। प्रशासन भी इसकी सुध लेने को तैयार नहीं है। धरना स्थल पर वाहनों की अवैध पार्किंग और सफाई व्यवस्था न होने से धरना देने वाले खासे परेशान हैं। जिस हेतु, विगत दिनों धरने पर बैठे विभिन्न संगठनों ने जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन भी दिया। लेकिन, समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है।
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल ने बताया कि बीजेपी महानगर कार्यालय से लगते, अधिकृत धरना स्थल पर वाहनों की पार्किंग का वो लगातार विरोध करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि राहगीरों और रात्रि में वाहन पार्क करने वालों के लिये, धरना स्थल खुले में शौच का अड्डा बन चुका है। जहां, शाम ढलने के बाद शराब और नशाखोरी से भी इंकार नहीं किया जा सकता। आरटीआई लोक सेवा के अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने बताया कि एक ओर बीजेपी महानगर कार्यालय, हिंदी भवन और दूसरी ओर उत्तरांचल प्रेस क्लब के बीच स्थित अधिकृत धरना स्थल में अवैध पार्किंग और जगह जगह कचरे के ढेर की ओर किसी का ध्यान नहीं। शौच और जहां तहां बिखरे कचरे की दुर्गंध से धरना स्थल पर बैठना तक दूभर हो जाता है। साफ सफाई के नाम पर, प्रधानमंत्री जी के स्वच्छ भारत अभियान का मखौल उड़ाया जा रहा है। धरना स्थल पर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे विभिन्न संगठनों की समस्याओं के निराकरण हेतु, देवभूमि जनसेवा समिति द्वारा मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल के माध्यम से कुछ सुझाव दिये गये हैं। उम्मीद है, शीघ्र ही प्रशासन और सम्बंधित विभाग संज्ञान लेगा।