देहरादून, 17 अगस्त: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच ने राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण और चिन्हीकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की माँग को लेकर जारी अनिश्चितकालीन आंदोलन के क्रम में धरना आज सत्रहवें दिन व क्रमिक अनशन सातवें दिन भी जारी रहा।
आज धरने को समर्थन देने शहीद स्मारक पहुंचे खटीमा विधायक व नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि उन्हें बेहद अफसोस है पिछले 5 महीनों से उन लोगों का एक्ट राजभवन में लंबित पड़ा हुआ है। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि पूरे सदन में सर्वसम्मति से पास हुआ निर्णय मुख्यमंत्री राजभवन से पास क्यों नहीं करवा पा रहें हैं, यह तो सीधे-सीधे विद्यायिका के अधिकारों पर कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही उनका एक प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मुलाकात कर इसकी वस्तुस्थिति का पता करेगा कि आख़िर यह क्योंकर रोका हुआ है।
आज क्रमिक अनशन में बैठने वालों में 1.नरेंद्र ध्यानी, हरबर्टपुर 2.पंकज रावत,उत्तरकाशी 3.खुशपाल सिंह परमार, व उनके समर्थन में धरने में बैठने वालों में रामकिशन, राजवीर सिंह परमार जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन, क्रांति अभिषेक बिष्ट, सुनीता ठाकुर, क्रांति कुकरेती, देवेश्वरी रावत, शांति शर्मा, सुभागा फर्शवान,जगदीश चंद्र पंत, शैलेंद्र सिंह, विकास रावत, सावित्री शर्मा, बीना रानी, हरिओम ओमी, माया डिमरी, प्रभात डंडरियाल,सुरेंद्र सिंह असवाल, सुरेंद्र पवार जगमोहन सिंह पवार, विजयपाल सिंह राणा, सुधीर नारायण मिश्रा, दुर्गा बहादुर क्षेत्री,विनोद असवाल,राजेंद्र प्रधान,ललित मोहन गैरोला, सुरेंद्र कुकरेती,प्रांजल नौटियाल, शिवराज सिंह रावत, अंबुज शर्मा, सुरपाल चौहान आदि थे।
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