देहरादून,आज “जन हस्तक्षेप” के बैनर तले गरीबों का विकास एवं सुरक्षा को ले कर एक विशाल रैली निकाली गई। सैकड़ों गरीब लोगों के साथ चेतना आंदोलन, कांग्रेस, सीपीआई, सी.पी.एम,समाजवादी पार्टी और नौजवान भारत सभा के प्रतिनिधि जुलूस में शामिल रहे।वक्ताओं का कहना था कि इसलिए लोगों को एकत्रित होना पड़ा क्योंकि भाजपा सरकार कानून का राज, गरीबों का हक और गरीबों की सुरक्षा खतरे में डाल रही है। 

वक्ताओं का कहना था कि गरीबों को हमेशा बेदखली के डर में रहने के लिए विवश करनाय दिहाड़ी और निर्माण मजदूरों को अपने कानूनी हक जैसे छात्रवृति, साइकिल, टूलकिट नहीं देनाय  ग्रामीण क्षेत्र में वन अधिकार कानून 2006 का घोर उलंघन करना और सिर्फ बड़ी परियोजनाओं के लिए काम करनाय हर घटना को सांप्रदायिक रंग देनाय राष्ट्रवाद के नाम पर हिंसा फैला कर लोगों के अंदर डर पैदा करनाय भीड़ की हिंसा को अंजाम देना। यहीं भाजपा की सरकार का क्रियान्वन दिखाए दे रही है। बस्ती में रहने वाले गरीब लोगों के लिए स्थायी व्यवस्था बनाया जाए। सरकार बहाना बना रही है कि 2016 का अधिनियम में कमियां हैं जबकि उस कानून का धारा 4 स्पष्ट है कि सरकार नियमितीकरण कर सकती है। 

दिहाड़ी और निर्माण मजदूरों को निर्माण मजदूर अधिनियम 1996 के अनुसार उनके कानूनी हक जैसे साइकिल, टूलकिट, छात्र वृति और अन्य लाभ तुरंत दिया जाए। होटल और चाय बागान के मजदूरों के वेतनों को पुनर्कि्षत किया जाए और उच्च न्यायलय के आदेश के अनुसार चाय बागानों को विकसित कर पुरानी स्थिती बहाल करी जाए।

  जुलूस में चेतना आंदोलन के संजोयक त्रेपन सिंह चौहान और सह संयोजक शंकर गोपालय कांग्रेस पार्टी के पूर्व राज्य अध्यक्ष किशोर उपाध्यायय भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव समर भंडारीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से वरिष्ठ नेता बची राम कंसवालय समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्य अध्यक्ष क्त सचानय नौजवान भारत सभा से अपूर्वय एवं चेतना आंदोलन से सुनीता, अशोक, पप्पू, नरेश, ममता, जमाल, राजेश, रामु, रविन्द्र, राजाराम, हीरा लाल, शैलेश, प्रमोद, और राम नरेश शामिल रहे।