देहरादून, उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन के द्विवार्षिक अधिवेशन में जमकर बवाल हुआ। चुनाव को असंवैधानिक बता रहा दूसरा गुट आयोजन स्थल पर पहुंच गया और हंगामा करने लगा। इस पर दोनों गुट आमने-सामने आ गए। यहा तक कि विधायक खजानदास और चुनाव अधिकारियों के सामने भी खूब हंगामा हुआ। पुलिस को पहुंचकर बीचबचाव करना पड़ा।
रविवार को तहसील चौक स्थित एक होटल में एसोसिएशन का अधिवेशन था। इस बीच दूसरे गुट की कई पदाधिकारी हाथ में पोस्टर लिए वहां पहुंच गई और चुनाव का विरोध करने लगीं। दूसरे गुट की मीनाक्षी जखमोला ने कहा कि एसोसिएशन के चुनाव पूर्व में कराए जा चुके हैं। जिसकी वह अध्यक्ष और काति राणा महामंत्री हैं। यह आरोप लगाया कि चुनाव में केवल दून महिला अस्पताल की नर्से हैं। प्रदेशभर की नर्सो ने इस चुनाव का बहिष्कार किया है। जबकि अधिवेशन में अध्यक्ष चुनी गई कृष्णा रावत का कहना था कि वह दो साल पहले अध्यक्ष चुनी गई थीं। उनका कार्यकाल 19 सितंबर को पूरा हुआ है। यह चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत कराया गया है। उन्होंने भी आरोप लगाया कि पूर्व में कुछ नर्सो द्वारा कराया गया चुनाव असंवैधानिक था। इसे लेकर काफी देर हंगामा होता रहा। उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन के द्विवार्षिक अधिवेशन में कृष्णा रावत अध्यक्ष, सरिता रावत उपाध्यक्ष, केंदा संसार महामंत्री, जानकी शाह संयुक्त मंत्री, भावना भट्ट कोषाध्यक्ष, नीलम संगठन मंत्री चुनी गई। सभी पदाधिकारी निर्विरोध चुनी गई। चुनाव अधिकारी मिनिस्टीरियल पब्लिक हेल्थ कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अशोक राज उनियाल, फेडरेशन ऑफ इंडियन फार्मासिस्ट ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष पीएस पयाल, उत्तराचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के महासचिव सुनील कोठारी ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्य अतिथि राजपुर विधायक खजानदास को नर्सो ने मुख्यमंत्री के नाम वेतन विसंगति दूर करने, भर्ती शुरू करने समेत नौ सूत्री मागों का ज्ञापन सौंपा। विधायक ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जल्द उनकी मागों को पूरा कराएंगे। इस दौरान भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल, प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. डीपी जोशी, फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह पंवार, भाजपा नेत्री पूनम कोठारी आदि उपस्थित रहे।