देहरादून, डोबरा चांठी पुल बनाओ संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश्वर प्रसाद पैन्यूली ने कहा कि टिहरी बांध की झील पर बन रहे बहुप्रतीक्षित और कई सालो से चर्चा मे रहने वाले डोबरा चांठी पुल निर्माण में भारी घेटाला हुआ है। सुभाष रोड स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान पैन्यूली ने कहा कि पहले तो सिर्फ मामला धन के दुरूपयोग का था, लेकिन अब तो निर्माणाधीन पुल के सस्पेंसन टूटने से यह साफ हो गया है कि न तो सरकार को जनता के टैक्स के पैसों की हो रही बर्बादी की चिंता है और न ही स्थानीय लोगों की जान की। उन्होने कहा कि वर्तमान में डोबरा चांठी पुल घोटाले में पर्दा डालने के लिये सरकार द्वारा सुरक्षा मानको को ताक पर रखकर काम शुरू करवाया गया, जिसके परिणामस्वरूप विगत माह पुल के चार सस्पेंडर टूट गये और पुल का काम एक बार फिर निश्चित समय के लिये रूक गया उन्होने कहा कि डोबरा चांठी पुल बनाओं संघर्ष समिति हमेशा से ही पुराने जंग खा रहे सामान की बिना किसी लैब टेस्टिंग के इस्तेमाल पर सवाल खडा करती आ रही है पैन्यूली ने कहा कि अगर यह सामान जांच के लिये भेजा जाता तो घोटाले का पर्दाफाश हो जाता करोडों रूपये के इस घोटाले को छुपाने के लिये जंग खा रहे सामान का इस्तेमाल पुल निर्माण हेतू किया जा रहा है जाहिर है इससे समय के बरबादी के साथ-साथ जान-माॅल पर खतरा बना है।पत्रकार वार्ता के दौरान कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे।