उत्तरकाशी 30 सितम्बर: राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत जलशक्ति मंत्रालय के कार्यक्रम स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा में स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता थीम के साथ मां गंगा जी के बहाव वाले पांच राज्यों उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में स्वछता अभियान चलाया जा रहा है। इसी के साथकृसाथ मां यमुना के धाम यमुनोत्री से लेकर यमुना जी के बहाव वाले राज्य, शहरों कस्बों में भी यमुना जी के तटों पर भी स्वछता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कार्यक्रम के तहत मां यमुना जी के उदगम यमुनोत्री में 30 सितंबर को वृहद स्वछता अभियान अभियान चलाया गया। आज के स्वछता अभियान में उपस्थित कर्मचारियों और मंदिर समिति के लोगों को यमुना की स्वछता की शपथ दिलवाई गई। यमुना और गंगा के इस स्वछता के इस महत्वपूर्ण अभियान में जिला गंगा समिति, यमुनोत्री मंदिर समिति, जिला पंचायत उत्तरकाशी, वन विभाग, पुलिस विभाग, यमुनोत्री तीर्थ में लगे सुरक्षा कर्मचारी,और स्वयं सेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता, अधिकारी कर्मचारीयों ने हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद नमामि गंगे योजना में अब माँ गँगा जी के साथ साथ अब मां यमुना जी को भी जोड़ दिया गया है। माँ गंगा के धाम गंगोत्री की ही तरह मां यमुना जी के धाम यमुनोत्री में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु माँ यमुना जी में वस्त्र आदि प्रवाहित कर माँ यमुना को भी उसके ही उदगम में मैला करने का काम कर रहे हैं। मां गंगा जी के उदगम गंगोत्री में भी महिला श्रद्धालुओं द्वारा बड़ी भारी मात्रा में मां गंगा जी की जलधारा में नए वस्त्र, श्रृंगार भेंट किया जाता है। ठीक इसी तरह की समस्या से यमुनोत्री धाम को भी इस समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। माँ यमुना और मां गंगा में श्रद्धालुओं द्वारा प्रवाहित किये वस्त्रों, पूजा व श्रृंगार सामग्री से मां यमुना व मां गंगा खुश नहीं अपितु व्यथित ही होती हैं। गँगा विचार मंच गंगोत्री में श्रद्धालुओं व तीर्थयात्रियों व लोगो से अपील करता है कि माँ यमुना हो या फिर मां गँगा या देश की कोई भी दूसरी नदी में किसी भी तरह को पूजा श्रृंगार सामग्री, खासकर वस्त्र आदि साड़ी धोती व कपड़े प्रवाहित न करें।
यमुनोत्री धाम में आज के स्वछता अभियान में नायब तहसीलदार अवनीत देव, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव रावल सुरेश उनियाल, सह सचिव रावल विपिन उनियाल, रावल मनोहर उनियाल, पीआरडी के जवान, होमगार्ड के जवान, वन प्रभाग बड़कोट के अधिकारी कर्मचारियों, पुलिस प्रशासन के सुरक्षा बलों वा सफाई कर्मचारियों और यमुनोत्री धाम के पटवारी महेश नौटियाल, जिला पंचायत उत्तरकाशी से सह यात्रा प्रभारी दिनेश नौटियाल, गंगा विचार मंच के कमला बिष्ट आदि ने हिस्सा लिया।