पूछता हैं रिखणीखाल…

मैं सीधा सवाल जनप्रतिनिधियों से पूछता हूँ कि

आप के पास क्या योग्यता हैं कि आप ने सड़क की गुणवत्ता जांची?

आप ने किस लैब में सड़क की गुणवत्ता जांच कराई हैं? आप को रोड पेंटिंग का कार्य कैसे ठीक लगा?

पत्र में मात्र 5 जनप्रतिनिधियों का नाम (सभी महिला) ही क्यों हैं ?

ये महिला जनप्रतिनिधि सड़क की गुणवत्ता जांचने कब मलैखान गई?

विनीता ध्यानी क्षेत्र पंचायत कर्तिया इस का खण्डन कर चुकी हैं कि मैं सड़क की गुणवत्ता जांचने गई। और क्षेत्र पंचायत झर्त शबनम देवी पुत्र प्राप्ति के बाद से अभी भी हॉस्पिटल में हैं इसका मतलब तो यही हुआ कि कोई और व्यक्ति इन महिला-जनप्रतिनिधियों के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहा हैं या उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा हैं। रिखणीखाल में अन्य भी जनप्रतिनिधि हैं उन की क्या प्रतिक्रिया हैं यह नही पूछा गया। क्या किसी खास ‘गुट विशेष” के द्वारा ही इन दोषित इंजीनियरों को बचाने का प्रयास किया जा रहा हैं। जिन जनप्रतिनिधियों को अपने ग्रामसभा के अधिकार नही मालूम वे आज मेलेखान सड़क की जांच रिपोर्ट जारी कार्य की गुणवत्ता का सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं।

पत्र में यह भी लिखा गया हैं कि क्षेत्र की जनता में रोष हैं मगर क्षेत्र के किसी व्यक्ति का नाम पत्र में नही लिखा गया हैं। क्या ब्लॉक प्रमुख रिखणीखाल व जिला पंचायत कर्तिया को सड़क की गुणवत्ता जांचने के मानक पता हैं? रिखणीखाल ऐसे जनप्रतिनिधियों के हवाले हैं जो नौकरशाही के अधीन हैं। ठेकेदारी से जनप्रतिनिधि की कुर्सी हथियाने वाले लोगों को इतनी भी शर्म नही कि समाज हित के लिए उन्होंने पद व गोपनीयता की शपथ ली है न कि नौकरशाही की जी-हजूरी के लिए सत्ता हासिल किया था।

यही वो लोग हैं जिन्होंने भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए मेरे खिलाफ़ मुकदमा लिखाया था। मैं खुले मंच पर खुलकर तुम्हारा विरोध करता हूँ।
यह महिलाओं के कांधे बंदूक कौन रख रहा हैं किस के कहने पर रिखणीखाल का बेड़ागर्क हो रहा हैं सब समझते हैं।

देवेश आदमी

ये था मामला …

‘देवेश आदमी’ के वायरल वीडियो ने कराया भ्रस्त एई-जेई सस्पेंड