मुख्यमंत्री के नाम खुला पत्र

श्रीमान मुख्यमंत्री,

उत्तराखंड शासन, देहारादून.

महोदय, उत्तराखंड शासन द्वारा राज्य के सभी श्रेणी के अस्पतालों में यूजर चार्ज में भारी वृद्धि की गयी है. विभिन्न मदों में, यह वृद्धि दोगुने से लेकर आठ गुना तक की है. सरकारी चिकित्सालय में उपचार हेतु समाज के गरीब और कमजोर तबकों के लोग आते हैं. उनसे यूजर चार्ज के नाम पर इस तरह भारी-भरकम धनराशि वसूलना अतार्किक और अन्यायपूर्ण है.

महोदय,पहाड़ के अधिकांश अस्पताल सुविधाहीन अवस्था में चल रहे हैं,जिनमें डाक्टर,नर्सिंग स्टाफ,दवाइयों आदि की भारी कमी है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,कर्णप्रयाग इसका एक उदाहरण है. यहाँ,इन दिनों बेड की कमी के चलते,एक बेड पर दो से तीन मरीजों को भर्ती किया गया है. अलग-अलग किस्म के रोगों से ग्रसित दो या तीन लोगों को एक ही बेड पर भर्ती करना तो मरीजों के साथ नाइंसाफ़ी है. ऐसा किया जाना,उन्हें रोगमुक्त करने के बजाए नए रोगों और संक्रमणों का शिकार बना सकता है.

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एक तरफ मरीजों से पर्ची, भर्ती करने से लेकर परीक्षणों तक के लिए भारी यूजर चार्ज वसूला जाएगा और दूसरी तरफ सुविधा के नाम पर उन्हें बेड तक उपलब्ध नहीं होगा,यह कैसा शासन और कैसी व्यवस्था है,महोदय ?

अतः हम यह मांग करते हैं कि उत्तराखंड के सभी सरकारी अस्पतालों में बढ़ाए गए यूजर चार्ज को सरकार तत्काल वापस ले. साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,कर्णप्रयाग में पर्याप्त बेडों का प्रबंध किया जाये ताकि उपचार हेतु भर्ती होने वाले मरीज स्वस्थ हों,वे नये रोगों और संक्रमणों का शिकार न बनें. यदि उक्त मांगों पर तत्काल कार्यवाही न की गयी तो हम आंदोलन के लिए विवश होंगे,जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व उत्तराखंड शासन का होगा.

उचित कार्यवाही की आशा में,

अरविंद चौहान

संयोजक,परिवर्तन यूथ क्लब

कर्णप्रयाग

सुभाष गैरोला

पूर्व अध्यक्ष,नगरपालिका

कर्णप्रयाग

इन्द्रेश मैखुरी
गढ़वाल सचिव

भाकपा(माले)