बाबा मोहन उत्तराखंडी को याद कर अपने हक की लड़ाई का संकल्प मज़बूत किया। आंदोलन के दूसरे चरण को लेकर कल शहीद स्मारक में होगी बैठक
देहरादून, 9 अगस्त: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण और चिन्हीकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की माँग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना नवें दिन भी जारी रहा।
आज धरने के समर्थन में पहुंचे सभी आंदोनांकरियों ने सबसे पहले बाबा मोहन उत्तराखंडी की पुण्यतिथि पर उनको याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
आज धरने पर बैठे सह-संयोजक अम्बुज शर्मा ने कहा हम लोग अपनी इन मांगों को लेकर 27 दिसम्बर 2021से इसी शहीद स्मारक में अलग-अलग तिथियों में 4 बार धरना दे चुके हैं और हर बार सरकार के झूठे आश्वासन पर भरोसा करके उठाये जाते रहे हैं। भले ही हमारी कोशिशें हारती रहीं हैं मगर हमने हार नहीं मानी, जिस दिन हम कोशिश करना बंद कर देगें उस दिन समझ लेना कि हम हार गये।
उन्होंने कहा कि कल दिनाँक 10 अगस्त शनिवार को सुबह 11 बजे देहरादून स्थित शहीद स्मारक में एक आवश्यक बैठक बुलाई है जिसमें इस आंदोलन के दूसरे चरण में सभी साथियों की भूमिका निश्चित की जायेगी। उन्होंने अपने सभी आंदोलनकारीयों/कर्मचारीयों से अपील करी कि यह किसी की व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, यह हमारे नॉनिहलों के भविष्य की लड़ाई है, जिन साथियों को लगता है कि इसे मजबूती से लड़ा जाना चाहिए तो वह कल की बैठक में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
वहीं यमुना घाटी आये बाल गोविंद डोभाल व रामचन्द्र नॉटियाल , उत्तरकाशी से खुशपाल सिंह परमार, शैलेन्द्र रावत, शिवराज सिंह रावत देहरादून के साथियों से अपील की, कि वह अपने हक और सम्मान की इस लड़ाई लड़ने इतनी दूर से आकर यहाँ बैठे हैं और स्थानीय साथी अपने-अपने घरों में। यह देख कर बुरा भी लगता है और अफसोस भी होता है।
उन्होंने धामी जी से निवेदन किया कि अब वह लोग उनके विरोधी नहीं हैं बस उनके झूठे वादों से अज़ीज आ चुके हैं। यह 10% क्षैतिज आरक्षण पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य आंदोलन के गठन में उनके योगदान के कारण सम्मान स्वरूप दिया गया था, जो अफसरशाही की गलती से कोर्ट द्वारा अवरुद्ध हो गया। मगर तत्कालीन सरकार का रवैया ऐसा दिखाई पड़ रहा है मानो हम उनसे कोई भीख माँग रहे हों, उन्होंने साफ़ कहा कि अगर मुख्यमंत्री हमें हमारा सम्मान नहीं दिला सकते तो साफ़ मना कर दें औऱ राजनीतिक लाभ के लिए 10% देने का झूठा प्रचार करना बंद कर दें हम भी अपने-अपने घर चले जायेंगे। इस झूठे प्रचार को देख कर हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचती है।
आज के धरने में उर्मिला शर्मा,राम किशन,माया डिमरी,नरेंद्र ध्यानी, दिनेश भारद्वाज,खुशपाल सिंह परमार, अर्चना उपाध्यय, राकेश डिमरी, प्रभात डंडरियाल,जबर सिंह पावेल, रामचंद्र नौटियाल,बाल गोविंद डोभाल, युद्धवीर सिंह चौहान (अध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी प्रकोष्ठ), क्रांति अभिषेक, शैलेंद्र सिंह, राजाराम डोभाल,प्रमोद कुमार, स्वर्णलता रावत, हेमलता बिष्ट, फकीर सिंह रावत, लूसुन टोडरिया, प्रांजल नौटियाल, प्रमोद काला, मनजीत पवार, पंकज उनियाल, कपिल रावत, सुधीर नारायण शर्मा, दुर्गा बहादुर क्षेत्री, सुरेंद्र सिंह पवार, सुशील विरमानी, क्रांति कुकरेती, सुनीता देवी, तेज सिंह, शांति शर्मा, शिवराज सिंह रावत,अंबुज शर्मा, हरिओम ओमी, सुनीता ठाकुर, सुशीला भट्ट, गीता नेगी, पुष्पा बहुगुणा, हरीश पंत आदि मौजूद थे।
कल क्या हुआ था धरने में जानने के लिए नीचे दिये लिंक को टच करें…..