देहरादून, 7 अगस्त: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण और चिन्हीकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की माँग को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना सातवें दिवस भी जारी रहा।
आज के धरने में यमकेश्वर के वरिष्ठ आंदोलनकारी विनोद जुगलान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में आंदोलनकारीयों ने शहीद स्मारक पहुंच कर अपना समर्थन दिया। वरिष्ठ आंदोलनकारी पूर्णानंद जोशी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री के आश्वासन झूठे सिद्ध हो रहे हैं।
उत्तरकाशी के खुशपाल सिंह परमार ने कहा कि अब तो ऐसा लग रहा है कि लोकसभा में पांचों सीटें भाजपा को जिताने का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है।
इसके अलावा आंदोलनकारियों ने कल किसी शिष्ट मंडल द्वारा मुख्यसचिव से मुलाकात को मूर्खतापूर्ण हरकत बताते हुए कहा कि जब मामला राजभवन में लंबित है मुख्यसचिव क्या कर लेंगी।
आज के धरने में प्रतापनगर से शिवराज सिंह रावत, उत्तरकाशी से खुशपाल सिंह परमार,शैलेंद्र सिंह, खटीमा से सुनीता ठाकुर, कोटद्वार से क्रांति कुकरेती,यमकेश्वर से विनोद जुगलान, पूर्णानंद जोशी, वीरेन्द्र सिंह राणा, होशियार सिंह भंडारी, सुभाष परिहार, उमा मनवाल, विनोद कुमार परिहार, शीशपाल नेगी, रघुराज सिंह रावत, मोहित, हरबर्टपुर से दिनेश भारद्वाज, मंजू बिष्ट, उर्मिला शर्मा, माया डिमरी, विकास नगर से रामकिशन, देहरादून से अम्बुज शर्मा, विनोद असवाल,नरेंद्र ध्यानी, देवेश्वरी रावत, दिलु देवी, पुष्पा रावत
देव सिंह बिष्ट, सुरेंद्र सिंह पवार, क्रांति अभिषेक बिष्ट, शांति शर्मा, गणेश शाह, चमन सिंह पवार, सूर्य नारायण शर्मा, दुर्गा बहादुर क्षेत्री, प्रमोद खंडूरी, देशराज सिंह, ठाकुर नवीन सिंह राणा, विक्रम सिंह रावत, संजय चंद, कमल भंडारी,सुमित्रा रावत, विनोद भट्ट,अर्चना डिमरी, गौरा बिष्ट ऋषिकेश से रेनू नेगी, शेर सिंह रावत रानीपोखरी से पुष्प राज बहुगुणा आदि उपस्थित रहे।
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