देहरादून, 9 जून : संयुक्त आंदोलनकारी मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों के लिये राज्याधीन सेवाओं में 10 % क्षैतिज आरक्षण की बहाली और चिन्हीकरण की प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की माँग को लेकर शहीद स्मारक देहरादून में अनिश्चितकालीन धरना आज पांचवे दिन भी जारी रहा।
आज आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे सीपीआई के राज्यसचिव समर भंडारी, पर्यावरणविद रवि चोपड़ा, ट्रेड यूनियान के जगमोहन मेहंदीरत्ता, जनता दल के हरजिन्दर सिंह धरनास्थल पर पहुंचे।
राज्यसचिव भंडारी ने धामी सरकार की राज्य विरोधी नीतियों की भर्तासना करते हुऐ कहा यह कि जिन आंदोलनकारियों के त्याग व बलिदान से इस राज्य की स्थापना हुई, आज उन्हीं लोगों को हाशिये में धकेलने का काम किया जा रहा हैं। सरकार को इस लोगों के पक्ष में तुरंत अध्यादेश लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट में हार, सरकार की हुई थी ऐसे में उनका नैतिक दायित्व बनता था कि सुप्रीम कोर्ट जा कर अपने फैसले का बचाव करती।
धरने के समर्थन में टिहरी से पहुंचे राजेंद्र बहुगुणा ने कि इस मसले पर जल्द ही टिहरी में बैठक कर लोगों को लामबंद किया जायेगा।
सयुंक्त मंच के सह संयोजक ने समर्थन में पहुंचें सभी लोगों आभार व्यक्त करते हुऐ कहा कि सभी आंदोलनकारी संगठनों से जुड़े साथियों के विचार लेकर शीघ्र ही एक बड़े कार्यक्रम कि रुपरेखा तैयार की जायेगी।
आज धरने पर बैठने वाले प्रमुख लोगों में वालों में श्रीमती मुन्नी खंडूरी, बिशंबर दत्त बौठियाल, उम्मेद चंद रमोला, विमल जुयाल, सूर्यकांत बमराड़ा,अम्बुज शर्मा,प्रभात डंडरियाल, क्रान्ति कुकरेती, स्वारी देवी, देवकी बिष्ट, जगबीर सिंह रावत,अनुराधा, पुष्कर सिंह चौहान, पुष्पराज बहुगुणा, प्रभा नैथानी, रोशनी देवी, बसंती नैथानी, दिनेश मालासी, राम किशन, संगीता रावत, पुष्पा बहुगुणा, पुरुषोत्तम दत्त नौटियाल, संतराम शर्मा, अनुष्का, राजेश शर्मा, अजय नारायण, प्रदीप कुकरेती, नवनीत गोसाई, विजय प्रताप मल्ल, एवं नीनू सहगल आदि लोग शामिल थे।
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत राज्य आंदोलनकारियों के समर्थन में पहुंचे शहीद स्मारक