श्रीनगर। केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने आज कहा कि आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा संबंधी उपाय और बढ़ाए गए हैं जिसके बाद पूरे सुरक्षा बंदोबस्त से केंद्र संतुष्ट है। अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि हमले के बाद यात्रा की सुरक्षा बढ़ाने के लिए और उपाय किए गए हैं। रोड ओपनिंग पार्टी की गश्त का समय बढ़ाया गया है, इसके अलावा हर (यात्रा) वाहन की जांच की जाएगी। पंजीयन के बगैर किसी वाहन को चलाने की अनुमति नहीं होगी।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि चालकों को हिदायत दी जाएगी जिसमें कहा गया जाएगा कि यदि वाहन खराब हो जाता है या फिर कोई और घटना घटित होती है तो वे समीप की चैकी पर संपर्क करें। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें यह जानकर संतुष्टि हुई कि सुरक्षा के और उपाय आजमाने के प्रयास किए गए हैं। भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए हमने सुरक्षा एजेंसियों को पूरे सहयोग का भरोसा दिलाया था और बंदोबस्त से हम संतुष्ट हैं।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय में केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह भी अहीर के साथ थे। अहीर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को दोनों मंत्रियों से कश्मीर जाने को कहा था। उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात की, उनके साथ स्थिति पर चर्चा की और सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक में गहन सुरक्षा समीक्षा की गई।’’ कई मुद्दों पर चर्चा हुई जिसमें यात्रा में सुरक्षा बढ़ाई जाना चाहिए या नहीं, इस पर भी चर्चा हुई।
उन्होंने कहा, श्श्अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकारें बेहद गंभीर हैं। वहां बीते 30 वर्षों से आतंक की छाया है… सुरक्षा व्यवस्था हमेशा बनी रहती है और हर वर्ष और उपाय अपनाए जाते हैं।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों का खामियों की ओर ध्यान दिलाया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हम उस शिविर तक गए जहां से यात्रा बस रवाना होती है। हमने श्रद्धालुओं के चेहरों पर आत्मविश्वास और उत्साह देखा। यात्रा के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों को देखने के बाद उनमें कोई डर नहीं रहा। हमें लगता है कि सुरक्षा पर्याप्त है और अगर जरूरत पड़ती है तो और उपाय अपनाए जाएंगे।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हालात को संभाला उससे पूरा देश प्रेरित हुआ। ‘‘उन्होंने घायलों से मुलाकात और बातचीत की। इससे पूरा देश प्रेरित हुआ। देश ने देखा कि किस तरह एक मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी पूरी करती हैं।’श्