देहरादून,  टर्नर रोड स्थित आजाद कालोनी स्थित जामिया तुरू सलाम अल इस्लामिया मदरसे में उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी ने स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए मदरसे में अध्ययनरत् बच्चों का उत्साहवर्धन किया। बाल संरक्षण आयोग की टीम के सामने बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

 इस दौरान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा ने कहा कि बच्चे हमारे देश के कर्णधार और भविष्य निर्माता हैं और हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम उन्हे कैसे आगे ले जायें और उन्हे एक सुन्दर भविष्य कैसे दे सकें। इसी दिशा में बाल अधिकार संरक्षण आयोग प्रयासरत् है और बाल आयोग सभी प्रकार की शिक्षण संस्थाओं चाहे वे धार्मिक हो अथवा गैर धार्मिक, उनमें एनसीईआरटी मानके के अनुसार शिक्षा उपलब्ध करवाने को तत्तपर हैं इसी उद्देश्य से आयोग विभिन्न मदरसों का भी भ्रमण करते हुए वहां की शिक्षा व्यवस्था को देख रहा है और जहां भी आयोग को सुधार की जरूरत महसूस होगी निःसंकोच सुधार करेगा चाहे वे किसी भी धर्म व संप्रदाय के बच्चे क्यों न हों, हमें बच्चों को एक सच्चा भारतीय नागरिक और आधुनिक वैज्ञानिक सोच व विचार वाला नागरिक बनाना है।

आयोग की सदस्य सीमा डोरा ने कहा कि हम आज महापुरूषों को इसलिए याद कर रहे हैं कि हम उनकी अच्छाईयों को ग्रहण करना चाहतें है और व्यवहार में उतारना चाहते हैं। गांधी जी ने सबसे अधिक बल अंहिसा पर दिया और बच्चों से आग्रह है कि जीवन में कहीं भी कभी भी हिंसा न करना क्योंकि अपनी बात को अलग-अलग तरीके से रखकर भी दुनिया में विजेता बना जा सकता है। बाल आयोग की अन्य सदस्य शारदा त्रिपाटी ने कहा कि हमें धर्म विशेष की ही बात को पकड़कर नही बैठना चाहिए, ऐसा करने से हम आज की प्रतिस्पर्दी युग में पिछड़ जायेंगे। अतः जरूरी है कि बच्चों को वैज्ञानिक और आधुनिक तकनीकी शिक्षा प्रदान की जाय। इस दौरान आयोग द्वारा बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु उन्हे पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी डाॅ यतीन्द्र राणा, मदरसा संचालक मुफ्ती रईस अहमद कासमी, मदरसा संचालन समिति के सदस्य, विभागीय कार्मिक और स्थानीय लोगों सहित बड़ी संख्या में शिक्षारत् बच्चे उपस्थित थे।