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ये जंगली सूअर करेगें क्या प्रवासी किसानों की आय दोगुनी ?

 एक ओर जहां सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर जंगली सूअरों ने फसल बर्बाद करके किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। किसान परेशान है और वन विभाग सूअरों को मारने की स्वीकृति नहीं दे रहा है। इनका कहना है कि D.F.O के पास भी सूअरों को मारने की परमिशन नहीं है जो कि किसानों के साथ अन्याय है।ऐसा ही एक मामला शोभा बडोनी,प्रधान पिपोला (ढुगंमन्दार) क्षेत्र-जाखनीधार, टिहरी गढ़वाल ने दिनांक 20.07.2020 को सूअरों को मारने की स्वीकृति के लिए पौखाल रेंज में आवेदन किया गया जिसकी प्राप्ति संलग्न है लेकिन अभी तक 23 दिन बीतने के बाद भी परमिशन तो नहीं मिली मगर सूअरों द्वारा फसल पूरी तरह से बर्बाद कर दी गई है। रेंज ऑफिस का कहना है कि डीएफओ के पास भी अधिकार नहीं है, वाइल्ड लाइफ से परमिशन लेनी होगी। आखिर यह परमिशन दिलाएगा कौन ? सरकार क्यों मौन है। किसानों की फसल का मुआवजा कौन देगा। यह सब विचारणीय प्रश्न है। इस संदर्भ में उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वह अपने-अपने स्तर से इस मांग को सरकार तक पहुंचाए, जिससे किसानों के साथ हो रहे अन्याय को रोका जाए। कोरोना का दंश झेल कर घर लौटे प्रवासी भाई और बहनों द्वारा इस बार अपने-अपने बंजर हो चुके खेतों पर बहुत मेहनत की गई लेकिन सूअरों ने सब चौपट कर दी। अगर ऐसे समय में सरकार अपने कोरानटाईन से बाहर नहीं निकली तो फिर रुक चुका पलायन और हो गई किसानों की आय दोगुनी।

 

कोरोना से पीड़ित मशहूर शायर राहत इंदौरी का इंतक़ाल ।