आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ाने धरना स्थल पहुंचे शेर-ए- उत्तराखंड
देहरादून, 3 अगस्त: उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच ने राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण और, चिन्हीकरण के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की माँग को लेकर जारी अनिश्चितकालीन धरना आज तीसरे दिन भी जारी रहा।
धरनास्थल पर पहुंचे शेर-ए-उत्तराखंड विवेकानंद खंडूरी ने कहा कि आज आंदोलनकारी ताकतें राजनीतिक खेमों में बंट चुका है। वह इस प्रदेश की बेहतरी के सवालों को अपनी पार्टी के चश्मे से देख रहा है, जिसका खामियाजा पूरा प्रदेश भुगत रहा है। फिर भी उन्होंने कहा कि हो सकता है कि मु0म0 की कोई मजबूरी हो अन्यथा वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं कि बेवज़ह किसी कार्य को रोकें, साथ ही वह यह कहने से भी नहीं चूके कि हो सकता है इस देरी के पीछे अपना ही कोई महानुभव हो।
अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह स्व0 एच0 एन0 बहुगुणा ने यहां के जनमानस को गढ़वाल विश्वविद्यालय की सौगात दी थी। उन्होंने भरोसा जताया कि इसी कड़ी में अब उनका पोता सौरभ बहुगुणा व वरिष्ठ मंत्री सुबोध उनियाल आंदोलनकारी की इन मांगों को पूर्ण करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने तमाम आंदोलनकारी शक्तियों से अपील की कि एकजुट होकर रहें तभी कुछ सुनवाई होगी। अन्यथा यहाँ किसी के पास समय है किसी की सुनने के लिए।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी शांति शर्मा ने कहा कि कई बार दस्तावेज जमा करवाने के बाद भी उनके साथियों का चिन्हीकरण नहीं किया गया। दूसरी तरफ़ गुपचुप तरीके से पार्टी से जुड़े लोगों के चिन्हीकरण कर दिया गया। अब सरकार या तो बचे हुए लोगों का भी चिन्हीकरण कर दे या वह साफ़ मना कर दे कि वह कुछ नहीं करेगी। वैसे भी अब हम लोगों की जिंदगी के दिन ही कितने बचे हैं बस एक
आज धरने पर बैठने वाले में क्रांति कुकरेती,रोशनी देवी, सुरेंद्र सिंह ,रामकिशन, क्रांति अभिषेक बिष्ट,विकास रावत, अंबुज शर्मा, दिनेश भारद्वाज, सुनीता ठाकुर ,जबर सिंह पावेल, जितेंद्र चौहान,ओमी उनियाल, हरि ओम,ललित चंद्र जोशी, माया खत्री, माहेश्वरी कंडारी,निर्मला जोशी,शांति शर्मा,अभय कुकरेती,शिवराज सिंह रावत,चमन सिंह पवार, शैलेश सेमवाल,धर्मेंद्र सिंह नेगी,अमर सिंह,विवेकानंद, खंडूरी,जगदीश चौहान, देवेश्वरी रावत,पुष्पा देवी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।