उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव से लगभग आठ महीने पहले युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी ने आज 11 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेकर राज्य सरकार की कमान संभाल ली। नवनियुक्त मुख्यमंत्री को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री धामी के साथ ही पूर्व में मंत्रीमंडल में शामिल सभी 11 मंत्रियों ने भी पुनः मंत्री पद की शपथ ली।
देहरादून। पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की कमान संभाल ली है। इसके अलावा वे अपनी पहली परीक्षा में भी पास हो गए हैं, क्योंकि जिस तरह से गत दिवस से ही कई वरिष्ठ विधायक नाराज चल रहे थे, उन्हें मनाने में पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश संगठन सफल रहा है। यही कारण है कि पहले आज सिर्फ सीएम के ही शपथ लेने की बात सामने आ रही थी, किंतु सामूहिक प्रयासों से सीएम इस अपने पहले प्रयास में सफल रहे और तीरथ सरकार में मंत्री रहे सभी मंत्रियों को पुष्कर मंत्रिमंडल में भी जगह दी
युवा कंधों पर बड़ा भार
तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद गत दिवस भाजपा विधान मंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री के रूप में खटीमा से विधानसभा सदस्य पुष्कर धामी के नाम पर मुहर लगी। संघ से आने वाले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के करीबी है। वरिष्ठों को किनारे कर 45 साल के धामी को मुख्यमंत्री बनाये जाने पर शपथ ग्रहण से पूर्व कुछ नेताओं में नाराजगी दिखाई दी लेकिन मान मनौव्वल के बाद सब कुछ ठीक हो गया।
आज सांय 5 बजे राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री के बाद वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, वंशीधर भगत, विशन सिंह चुफाल, यशपाल आर्य, अरविंद पाण्डेय, सुबोध उनियाल, डाॅ धन सिंह रावत, गणेश जोशी, स्वामी यतीश्वरानंद, और रेखा आर्य ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की।
इससे पहले आज दिन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत से उनके आवास पर जाकर शिष्टाचार भेंट की।इसके अलावा मुख्यमंत्री धामी ने वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के घर जाकर उनसे भी शिष्टाचार भेंट की और उनका आशीर्वाद लिया।
पुष्कर सिंह धामी की एक और खासियत यह है कि वह अब तक के प्रदेश में सबसे युवा सीएम बने हैं। ऐसे में पार्टी हाईकमान ने जहां प्रदेश के यूथ को जोडऩे का प्रयास किया है, वहीं कुमाऊं मंडल समेत तराई वाले क्षेत्र के वोटरों को साधने का काम किया है ।