पीड़ित डाक्टर ने राजस्व उपनिरीक्षक को दी तहरीर, लगाया मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और धमकाने का आरोप

कोटद्वार, 4 अगस्त : पौड़ी गढ़वाल में एक के बाद एक नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। अब पौड़ी जिले में तैनात एक महिला डाक्टर ने एक अज्ञात व्यक्ति पर गलत तरीके से और झूठा पद बताकर विभागीय गोपनीय जानकारी प्राप्त कर उसका दुरूपयोग करने के संबंध में राजस्व उपनिरीक्षक को तहरीर दी है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटीसैंण और पोखड़ा की प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ. आरती बहल ने बताया कि बुधवार सांय उनके मोबाइल पर एक अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल नंबर 9457358954 से कॉल करते हुए अपना पदनाम बताया कि मैं डीजी हेल्थ कार्यालय से डाॅ. अमित कुमार बोल रहा हूं। उक्त अज्ञात व्यक्ति ने विकासखंड पोखड़ा के अधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टाइप बी पोखडा और अन्य चिकित्सालय में तैनात सभी अधिकारी, कर्मचारी और उनकी गोपनीय जानकारी नाम, पदनाम मोबाइल नंबर, नियुक्ति तिथि, नियमित, संविदा कार्य स्थल आदि अतिशीघ्र उपलब्ध कराने को लेकर निर्देशित किया गया, परंतु डाॅ. आरती बहल को नंबर संदिग्ध लगने पर जानकारी देने के लिए देरी कर दी गई। देरी होने पर अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फोन पर धमकाते हुए अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। कहा कि डीजी और सीएमओ पौड़ी को पत्र लिख दूंगा, मेरे एक पत्र पर आपका डिमोशन हो जाएगा।

फोन पर अज्ञात व्यक्ति ने संविदा, एनएचएम, टीएनएम और महिला कर्मचारियों का डाटा अलग से देने की भी मांग की गई। जिस कारण उन महिला कर्मचारियों के साथ अप्रिय घटना घटित होने की संभावाना बनी हुई है। सीएचओ सेडियाखाल में तैनात प्रिया नेगी, जयखाल में तैनात कोमल चौहान, दमदेवल में तैनात प्राची सैनी और कुण्जखाल पोखड़ा में तैनात एएनएम सरीन को गुरूवार को स्कैन कोड भेजकर पैसों की मांग भी की गई है। डाॅ. आरती बहल ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति बार-बार कॉल करके विभागीय गोपनीय जानकारी मांग रहा है। जिससे उनका मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। इस दौरान विभागीय राजकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न हुई है। उक्त व्यक्ति के पास जो भी विभागीय जानकारी है, वह उसका दुरूपयोग कर सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र अति शीघ्र कठोर कार्यवाही करने की मांग की है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ. आरती बहल ने इस संबंध में राजस्व उपनिरीक्षक पाटीसैंण को तहरीर दी है। राजस्व उपनिरीक्षक कांता प्रसाद ने बताया कि जांच कर मामले में कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। सीएमओ प्रवीन कुमार ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं। यदि कोई ऐसा मामला संज्ञान में आता है, तो जांच कर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।