#अलविदा_सुंदरलाल_बहुगुणा

वह हिमालय का बेटा था। प्रकृति उसकी माँ थी। दरख़्त उसके अपने सगे थे उनसे चिपक कर उन्होंने,उनको जिंदगी दी और तब कहलाया #चिपको_आंदोलन का नेता ! उनका पूरा जीवन प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए ही समर्पित रहा।  आज कोरोना के क्रूर हाथों ने उन्हें हमसे  छीन लिया। ऋषिकेश के पूर्णानंद घाट पर कोविड नियमों के तहत पूरे राजकीय सम्मान के साथ  उनके  बेटे राजीव ने उन्हें मुखाग्नि दे कर उनका अंतिम संस्कार किया ।                                         ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व परिजनों को धैर्य प्रदान करें।

#SunderlalBahuguna

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उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन नेगी ने कहा चिपको आन्दोलन से लेकर टिहरी बांध का संघर्ष व अनेक सामाजिक आन्दोलन की लौ जलाने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय हस्ती का जाना हमारे लिए एक बड़ी क्षति है़ जिसे कभी हम ताउम्र पूरी नही कर पाएंगे।

महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी ने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन से उत्तराखण्ड ही नही बल्कि पूरे समाज को पर्यावरण की रक्षा करने के साथ ही हमे बेहतरीन सीख देने वाले महान व्यक्तित्व की कमी कभी पूरी नही हो पायेगी।
इनके अलावा श्रद्धा सुमन करने वालो में ओमी उनियाल,रामलाल खंडूड़ी,प्रदीप कुकरेती,रविन्द्र जुगरान,मोहन खत्री,पुष्कर बहुगुणा,भानु रावत,सुरेश कुमार,वेदा कोठारी,शिवानंद चमोली,अनुज नौटियाल,अरुणा थपलियाल,राकेश नौटियाल,सुलोचना भट्ट,विजय लक्ष्मी गुंसाई,वीरेन्द्र सकलानी,गौरव खंडूड़ी,सुमित थापा,कमला कंडारी,प्रभात डंडरियाल आदि थे।

सहकारी बाज़ार के अध्यक्ष वीरेन्द्र पोखरियाल व जनसंवाद समिति के सतीश धौलाखंडी,जयदीप सकलानी,सुनील गैरोला,जय प्रकाश भद्री, पराग जैन,उत्तम बिष्ट,मनोज नॉटियाल,सतेंद्र भंडारी,आशीष उनियाल,अम्बुज शर्मा,विजय प्रताप मल्ल,महिपाल शाह,अजीत रावत,हरदीप सिंह लक्की,संजय थापा, दीपक बड़थ्वाल, विकास शर्मा,संजय रावत,नौटियाल आदि ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि पेड़ बचाओ पेड़ लगाओ जैसे आंदोलन के द्वारा प्रकृति पर्यावरण संरक्षण के उनके कार्य सम्पूर्ण विश्व में विख्यात हैं !उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यापक स्तर पर जन जागरुकता फैलाने में महत्ती भूमिका का निर्वहन किया।

संयुक्त नागरिक संगठन के अध्यक्ष ब्रिगेडियर के.जी. बहल व सुशील त्यागी ने बहुगुणा जी के निधन को बड़ी क्षति बताया उन्होने अपने वक्तव्य में कहा कि एक महान व्यक्ति हमारे जीवन को साफ सुथरा जीने के लिए तमाम उम्र पर्यावरण बचाने के लिए संघर्षरत रहे। लेफ्टिनेंट बी एम थापा व वरिष्ठ पत्रकार सेवा सिंह मठारु ने कहा कि अपने जीवन को इस धरती के पर्यावरण को बचाने के लिए चिपको आन्दोलन से लेकर टिहरी बांध के आन्दोलन व अन्य विभिन्न क्षेत्र में अपनी जिन्दगी को खपा दिया एंव अंत तक इस दुनिया समाज को पेड़ पौधो व नदी आदि को बचाने के लिए हमेशा पर्यावरण की अलख जगाए रहें ईर बड़ी सादगी से अपने जीवन को जिया।
श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालो में ब्रिगेडियर के.जी. बहल, लेफ्टिनेंट बी एम थापा, सचिव सुशील त्यागी,जी एस जस्सल,सेवा सिंह मठारु,प्रदीप कुकरेती,डॉक्टर मुकुल शर्मा,आरिफखान,गुलिसता खानम , रमा गोयल, एडवोकेट रवि नेगी,सुशील सैनी,मधु त्यागी, विशंभर नाथ बजाज,जगमोहन मेहंदीरत्ता,अरविन्द गुप्ता व पी डी गुप्ता आदि रहें।

उत्तराखंड पीपल्स फ़ोरम के जयकृत कंडवाल, गीता गैरोला,भार्गव चंदोला व उनके साथियों ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि प्रकृति और पर्यावरण-संरक्षण के प्रतीक बहुगुणा जी का नदियों, वनों व प्रकृति से गहरा जुड़ाव व उनके पर्यावरण संरक्षण के योगदान को इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।

जनक्रांति विकास मोर्चा के अध्यक्ष अमित जैन ने भी अपने साथियों सुरेश नेगी श्याम सुंदर शर्मा, रविंद्र प्रधान, सोम प्रकाश मैठानी, राकेश शर्मा, रोहित रावत,विराट गुप्ता, रामलाल गौरव,चंद्राकर भट्ट, निजाकत अली, जाहिद खान,प्रवीण तयाल, दिनेश कुमार,जी.आर.शर्मा, केतन सोनकर, कौशल डबराल, अनिल कुमार, ललित मोहन, अरुण भंडारी, सनी शर्मा, कमल गर्ग, निजाम अली, नजाकत अली, मुकेश मंगाई, सुशील सक्सेना, राजेश नाथ, अबरार खान, ब्रजमोहन डंगवाल, अंकित नेगी, नरेंद्र चंचल, नवनीत सेठी, नरेश मित्तल, राकेश दिलावरी, विनोद कश्यप, वीरेंद्र रावत, शक्ति कुमार आदि ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि ईश्वर दिवंगत की आत्मा को मोक्ष प्रदान श्रद्धा करें।