5 से 7नवंबर तक चला एक्सपो 2019
उत्तराखंड से 3 प्रतिनिधियों के द्वारा इंडिया इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2019 के अंतर्गत ट्रेडिशनल क्राफ्ट एंड आर्टिजंस एक्सपो में प्रतिभाग करते हुए उत्तराखंड की नायाब कला का कोलकाता में प्रदर्शन किया । तीन दिवसीय इस कार्यक्रम के दौरान देशभर के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों के साथ अपनी कला को साझा करने एवं अपने अनुभवों को बताने का जीवन चन्द्र जोशी और मंजू साह को स्वर्णिम अवसर प्राप्त हुआ। आयोजन मंडल एवं स्थानीय मीडिया के द्वारा उनकी कला को काफी सराहा गया ।
इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए जीवन चन्द्र जोशी ने कहा कि ,कला और विज्ञान के अद्भुत संगम का यह एक्सपो सबसे बड़ा मंच है ।
मंजू साह को चीड़ के पेड़ की नुकीली पतियों पर बेहतरीन आकृति निर्माण के लिए बेस्ट अपकमिंग आर्टिस्ट पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड के जनपद नैनीताल के रहने वाले जीवन चन्द्र जोशी जो कि, सीसीआरटी के द्वारा सीनियर फैलोशिप प्राप्तकर्ता है , के द्वारा चीड़ के पेड़ की छाल बगेट पर के द्वारा बनाई गई विभिन्न आकर्षक आकृतियों को इस एक्सपो में प्रदर्शित किया।
उनके द्वारा विगत कई वर्षों से क्राफ्ट के फील्ड में सक्रियता के साथ कार्य किया जा रहा है और अभी तक कई भावी कलाकारों को भी वे इस कला से जोड़ चुके हैं।
संस्कृति मंत्रालय ,भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत संस्थान सी सी आर टी से जुड़े गौरी शंकर काण्डपाल विगत 5 वर्षों से उत्तराखंड के गुमनाम कलाकारों को खोज रहे हैं। अपनी इस मुहिम के माध्यम से न केवल नवगंतुक कलाकारों को संस्कृति मंत्रालय की योजनाओं से जोड़ रहे हैं बल्कि, उन्हें आर्ट एंड क्राफ्ट के विभिन्न मंचों पर उनके द्वारा पहुंचाया जा रहा है।
जनपद अल्मोड़ा के द्वाराहाट क्षेत्र हाट गांव से संबंध रखने वाली मंजू साह चीड़ के पेड़ की नुकीली पत्तियों के माध्यम से शानदार आकृति बनाने में दक्ष हैं।
उनके द्वारा कोलकाता के साइंस सिटी में आयोजित क्राफ्ट एक्सपो में न केवल कला की प्रदर्शनी लगाई बल्कि, बेस्ट अपकमिंग आर्टिस्ट पुरुस्कार भी प्राप्त किया।