देहरादून, 15 सितम्बर : देहरादून कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक में राज्य आंदोलनकारी द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों ने विगत दिवस राजकीय सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण विधेयक पर विधान सभा में हुई नोक झोंक के पश्चात प्रवर समिति के गठन के बाद उत्पन्न हुई स्थिति पर विचार मंथन किया गया।

बैठक में आंदोलनकारियों ने कहा कि वह लोग 2013 से लेकर आज तक इस मुद्दे पर लगातार संघर्षरत हैं। पिछले 2 सालों से संयुक्त मंच के तत्वाधान विभिन्न चरणों में 90 दिन का धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। इसके बाद सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कैबिनेट के माध्यम से पास करा कर विधान सभा में प्रस्तुत किया था।

वक्ताओं ने विधान सभा में हुए प्रकरण पर रोष प्रकट करते हुए इसे सरकार की साजिश करार दिया। आंदोलनकारियों का कहना है कि कितनी अजीब बात है कि सत्ता से जुड़े विधायक ही अपनी सरकार के कैबिनेट के फैसले पर सवाल उठा रहें हैं।एक्ट के सर्वसम्मति से पास हो जाने के बाद सभी विधयकों के पास उस एक्ट को समझने के लिए तीन दिन का समय था जिसमें वह उसमें व्याप्त खामियों बैठ कर दूर कर सकते थे मगर उन्होंने एक्ट को बिना पढ़े ही सदन में अपने ऊल-जलूल तर्क रखने शुरू कर दिए।

आंदोलनकारियों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह पहले भी मार्च माह में सूचना विभाग द्वारा छापी गई सरकार की एक साल की उपलब्धियों में 10% देने की बात लिख कर अपनी किरकिरी करवा चुकी है। अबकी बार उनके विधायकों ने ही अपनी कैबिनेट के फैसले पर सवाल खड़े कर दिए। अब सरकार कह रही है कि वह इस एक्ट को 15 दिन के अंदर प्रवर समिति व् राज भवन से पास करवा लेगी।

इसके बाद आंदोलनकारियों की महाबैठक में सर्व–सम्मति से निर्णय लेते हुए कहा कि उनकी तरफ़ से भी सरकार को आज से 15 दिन का समय है, वह 30 सितम्बर तक इस एक्ट का पास करवा दे अन्यथा उसके बाद वह लोग इस मुद्दे इस प्रदेश व्यापी आन्दोलन करने पर मजबूर हो जायेंगे।

आज की महाबैठक में चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति प्रदेश के कई प्रमुख राज्य आंदोलनकारी संगठनो के अध्यक्ष द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें नवीन नैथानी केंद्रीय महामंत्री चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति उत्तराखंड, शिव कुमार कटियार, प्रेम सिंह नेगी, हरि प्रकाश शर्मा, क्रांति कुकरेती, अम्बुज शर्मा, जबर सिंह पावेल ,प्रभात डडरियाल ,पुष्पा बहुगुणा जानकी प्रसाद, नवनीत गोसाई , पुष्पराज वहुगुणा, गणेश शाह, रेनू नेगी सरोजिनी थपलियाल रामकिशन, विनोद अस्वाल ,मुन्नी खंडूरी ,विमला रावत एकादशी देवी ,सुशील विरमानी, राकेश मोहन बछेती, वीरेंद्र सिंह ,रामपाल, हरि ओम ओमी, प्रभा नैथानी, जितेंद चौहान,अशोक कुकरेती, दिवाकर उनियाल, गीता नेगी, पुष्प लता सिलमाना आदि मौजूद थे।