देहरादून, राजपुर रोड स्थित एक होटल में उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी का पहला सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में सामाजिक संस्थाएं ,क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने प्रतिभाग किया। वक्ताओं ने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए अपने विचार दर्शकों के सामने रखे।
वरिष्ठ आंदोलनकारी जबर सिंह पावेल ने कहा उत्तराखंड राज्य बने 19 साल हो गए हैं लेकिन अभी तक सत्ता में रहे पार्टियों ने कोई परिवर्तन नहीं किया है उनका कहना था कि पार्टी को मजबूत बनाने के लिए मंच पर नहीं धरातल पर काम करना होगा जिससे आम जनता पार्टी के साथ जुड़े उनका कहना है पहाड़ में रोजगार के संसाधन ना होने से युवा तेजी से पलायन कर रहा है। वक्ता चंद्रगुप्त का कहना है की जनता को जोड़ने के लिए पहले एक विधानसभा में काम करना होगा जिससे आम जनता में इस बात का संदेश जाएं की पार्टी जनता के विकास के लिए काम कर रही है ना कि अपने निजी स्वार्थ के लिए। राजनीतिक पार्टियों से जनता का भरोसा उठ गया है। जनता तीसरा विकल्प चाहती है। मनोविज्ञान चिकित्सक मुकुल शर्मा का कहना है रोजगार न मिलने से युवा आत्महत्या के लिए कदम उठा रहे हैं, उन्होंने कहा की पढ़ा लिखा युवा संतुष्टि की नौकरी न मिलने से नशे की चपेट में आ रहा है। उत्तराखंड में नशे का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है।
क्या कहा राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
पार्टी अध्यक्ष संजय कुंडलिया का कहना है पार्टी 2022 में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके लिए छोटे राजनीतिक दलों को अपने साथ जोड़ा जा रहा है। उनका कहना है पार्टी ने संकल्प लिया है कि वह जनता के वादे पर खरा उतरने का प्रयास करेगी। पार्टी जनता के बीच जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाएगी।
इस अवसर पर हितेश नेगी, मनोज देवगन ,मोहन सिंह बिष्ट, अपना परिवार के पुरषोत्तम भट्ट,जनसंवाद से जयदीप सकलानी, अम्बुज शर्मा,पवन पाण्डे,अजय राणा,अजय शर्मा,वेब पोर्टल एसोसिएशन के महासचिव आलोक शर्मा,दीपक धीमान, सोमपाल,मनोज ध्यानी, आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष,प्रदीप कुकरेती,महामंत्री रामलाल खंडूरी, गुणानंद जखमोला,देवेश सजवान,भू. पू. सैनिक संगठन से पी सी थपलियाल, विपुल नौटियाल,आशीष , कुंदन सिंह बंगारी, मोहन सिंह राणा, पुष्पा पाल आदि बड़ी संख्या में लोगों ने अपने विचार रखे।