देहरादून – उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच की वर्चुअल बैठक में विकास के लिए जवाबदेही हेतु छेड़ी गई एकता की मुहिम को नई धार देने पर बल दिया । बैठक में कार्मिक एकता मंच की कार्यकारिणी को भंग करते हुए मंच की कमान मुख्य संयोजक के रूप में दिगम्बर फुलोरिया को सौंपी गई । जवाबदेही के लिए एकता की मुहिम को बेमिसाल बताते हुए वक्ताओं ने इस मुहिम में राज्य के हर वर्ग को जोड़ने पर बल दिया । तय हुआ कि इस निमित्त मुख्य संयोजक द्वारा शीघ्र ही बैठक आहूत की जायेगी ।

बैठक में 31 जनवरी 2016 को एकता मंच के गठन से लेकर अब तक के क्रियाकलापों की समीक्षा की गई । अल्मोड़ा में चितई स्थित न्याय के प्रतीक गोलज्यू के मन्दिर में विकास के लिए जवाबदेही हेतु लगी फ़रियाद पर चर्चा करते हुए वक्ताओं ने इस फ़रियाद को पूरा करने की घोषणा करने में सरकार की चुप्पी पर आश्चर्य मिश्रित नाराजगी जताई ।
अध्यक्षीय सम्बोधन में एकता मंच के संस्थापक अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे ने कहा कि मन्दिर व मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर से ध्वनि प्रदुषण को रोकने के लिए जिस तत्परता के साथ कोर्ट के आदेश का धरातलीय परिपालन हो रहा है उसी तत्परता के साथ उत्तराखंड में हड़तालों को लेकर कोर्ट द्वारा दिये गये आदेश का धरातलीय परिपालन हुआ होता तो विकास में बाधक हड़तालों की स्थिति पर स्वत:ही पूर्ण विराम लग जाता । उन्होंने कहा कि व्यवस्था का पालन नहीं होने पर जिस प्रकार मन्दिर व मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारे जा रहे हैं उसी तर्ज पर फाइलों को लटका कर तानाशाही का परिचय देने वालों को भी कुर्सी से उतारा जाना बेहद जरूरी है ।
उन्होंने कहा कि अपरमुख्यसचिव मुख्यमंत्री श्रीमती राधा रतूड़ी के संज्ञान में पूरा प्रकरण है । बताया कि जवाबदेही के लिए निकली एकता यात्रा के बाद 15अक्टूबर 2020 को श्रीमती रतूड़ी की अध्यक्षता में एकता मंच की बैठक हुई थी । बैठक के कार्यवृत्त में बेसिक से एलटी में समायोजित शिक्षकों को समयमान दिये जाने एवं बेवजह लम्बित पदोन्नति के मामलों के समाधान हेतु उनके द्वारा दिये गये आदेश आज भी शिक्षा और वित्त अनुभाग की फाइलों में धूल फांक रहे हैं ।
श्री पाण्डे ने कहा कि कार्मिक हितों के लिए लम्बा संघर्ष करते हुए रिटायर हो जाने के बाद कार्यरत समूचे कार्मिक समुदाय से उनकी एक ही अपील है कि वे एकता की डोर से जुड़े रहे । उन्होंने दो टूक राय दी कि पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के जिस बैनर तले राज्य के समूचे कार्मिक समुदाय ने पृथक उत्तराखंड राज्य प्राप्ति के जन आंदोलन में भागीदारी की वह बैनर परिसंघ के स्थान पर महासंघ के रूप में स्थापित हो ।
बैठक का संचालन करते हुए एकता मंच के मुख्य संयोजक दिगम्बर फुलोरिया ने कहा कि जवाबदेही के लिए शहीदों के सपने के रूप में आवाज दो हम एक हैं के नारे को धरातल पर साकार करने की जो मुहिम मंच के संस्थापक रमेश चंद्र पाण्डे ने छेड़ी है उसे मुकाम तक पहुंचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी ।
बैठक में उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के पूर्व अध्यक्ष नवीन काण्डपाल, चिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति के संयोजक बी०डी०पलडिया, रणजीत सिंह, पूरन सिंह राणा,आलोक साह , प्रमोद शर्मा, कान्ति भण्डारी, मित्रा नन्द भट्ट आदि थे ।

आखिर क्यों बना था ये प्रदेश ?

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