आज दिनांक 29-अक्टूबर को उत्तराखंड आवाज़ मंच दिल्ली व देहरादून द्वारा भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा उत्तराखण्ड के बैनर तले 30-अक्टूबर गाँधी पार्क में धरना देने हेतु जनसन्देश व वैचारिक चर्चा के साथ ही सभी संस्था व क्षेत्र वासियों से विनम्र अपील क़ी है कि प्रदेश में हिमाचल राज्य क़ी तर्ज पर सशक्त भू कानून लागू करने क़ी मांग को लेकर गांधी पार्क के मुख्य द्वार पर धरने में प्रातः 11-बजे अवश्य पहुंचने क़ी अपील क़ी है।
उत्तराखंड आवाज़ मंच, दिल्ली के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश जोशी, सचिव सुरेश जोशी जी, संरक्षक श्री देव सिंह जी, उपाध्यक्ष श्री हरीश मेहता जी, सलाहकार श्री दीनदयाल जी, महासचिव सरिता कठैत ने कहा है कि उत्तराखंड भारत का ऐसा पहाड़ी राज्य बन गया है जहां जमीन के खरीद फरोख्त की इतनी छूट मिली हुई है। भू संरक्षण संस्कृति, पहचान ,विरासत,बोली भाषा के संरक्षण हेतु अन्य पहाड़ी राज्यों और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर सशक्त भू-कानून उत्तराखंड को मिलना ही चाहिए।
सोशल मीडिया में डाॅ इन्दु भारती नवानी ने लाइव द्वारा भू कानून अनिवार्यता मूल निवास 1950 स्वीकार्यता : वैचारिक चर्चा से लेकर जनसंपर्क के माध्यम से लगातार जागरुकता फैला रही है। उन्होंने कहा कि जब पूरे देश में मूल निवास 1950 लागू है और सभी पहाड़ी राज्यों व गुजरात में वहां के मूल निवासियों के अलावा अन्य राज्य के निवासी जमीन नही खरीद सकते सिर्फ़ लीज पर ही जमीन दी जाती है तो हम इस अधिकार से वंचित क्यों? उत्तराखंड राज्य में मूल निवास और सशक्त भू कानून हमारा अधिकार है । हम इसे लेकर रहेंगे। बैठक में आर एस पटवाल, हुकम सिंह बिष्ट, हरीश मेहता, आदि उपस्थिति रहें।
सूचना एवं निवेदन दिनांक 30-अक्टूबर , शनिवार को ” भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा, उत्तराखण्ड ” के बैनर तले प्रातः 11-बजे गाँधी पार्क के मुख्य द्वार पर आप सभी साथियों के साथ सशख़्त भू- क़ानून ✊ की मांग को लेकर इस धरने में प्रतिभाग कर अपनी उपस्तिथि दर्ज कराएं।