राज्य आंदोलनकारी जेपी पांडे के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते धीरेंद्र प्रताप, काशी सिंह ऐरी व अन्य।
जेपी पांडे का उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में ऐतिहासिक योगदान रहाः धीरेंद्र प्रताप
देहरादून, जेपी पांडे को दिल्ली में दी गई श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के विशेष आमंत्रित सदस्य उत्तराखंड के पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि प्रसिद्ध राज्य आंदोलनकारी जेपी पांडे का उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में ऐतिहासिक योगदान रहा है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
जेपी पांडे की स्मृति में दिल्ली के उत्तराखंड सदन में आयोजित एक श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा यदि जे पी पांडे जैसे लोग हरिद्वार में सक्रिय ना होते तो हरिद्वार का विलय उत्तराखंड में कभी संभव ना होता। वह पांडे की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे। उनसे पूर्व सभा को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के शीर्ष नेता काशी सिंह ऐरी ने जेपी पांडे को उत्तराखंड आंदोलनका मूर्धन्य हस्ताक्षर बताया और कहा वे अपने धुन के पक्के थे। उन्होंने राज्य निर्माण तक जहां संघर्ष में खून और पसीना बहाया वहीं सन 2000 में राज्य बनने के बाद भी 19 साल तक वे राज्य के सवालों को लेकर खासतौर पर गैंरसण राजधानी को लेकर कभी पीछे हटे नहीं और लगातार सघंर्ष जारी रखा।
उनके अलावा इस सभा को कांग्रेस के संयुक्त सचिव हरिपाल रावत राज्य आंदोलनकारी देव सिंह रावत, प्रेमा सिंह, उत्तराखंड क्रांति दल के दिल्ली के अध्यक्ष डीडी जोशी, शिव सिंह रावत, चित्रा जोशी, प्रीतम सिंह, मनमोहन शाह, खुशाल जीना, डॉक्टर बिहारीलाल जालंधरी समेत अनेक नेताओं ने संबोधित किया। इस सभा में पारित प्रस्ताव में जेपी पांडे की एक प्रतिमा हरिद्वार के उत्तराखंड में  विलय को लेकर उनके योगदान को देखते हुए हरिद्वार के किसी  प्रमुख स्थान पर लगाए जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया। इसके अलावा दिल्ली के उन तीन सौ से ज्यादा राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण की भी मांग की गई जिनका चिन्हीकरण अब तक भी नहीं हुआ है।