10 जुलाई को होगा मुख्यमंत्री आवास का घेराव
देहरादून, 30 जून: 10 % क्षैतिज आरक्षण की बहाली और चिन्हीकरण की प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की माँग को लेकर संयुक्त मंच से जुड़े आंदोलनकारी आज बड़ी संख्या में शहीद स्मारक, देहरादून में पहुंचे। वहाँ पहुँच कर उन्होंने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शंखनाद करते हुए जोरदार तरीके से घण्टियाँ, थालियां व तालियां भी बजाई । उसके बाद शहीद स्मारक से निकल कर जिलाधिकारी कार्यालय की परिक्रमा करते हुए वापस धरना स्थल पर जहाँ एक सभा का आयोजन किया गया ।
सभा को समोधित करते हुए मातृ शक्ति की प्रतीक मुन्नी खंडूरी, सत्या पोखरियाल व सुलोचना भट्ट ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों में बैठे हमारे राज्य आंदोलनकारीयों को अपने संगठनों के भीतर भी प्रदेश से जुड़े मुद्दों पर अपनी आवाज़ बुलंद करनी चाहिए। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि पहले वह राज्य आंदोलनकारी हैं बाद में पार्टी के सिपाही। साथ ही उन्होंने इस प्रदेश में महिला मुख्यमंत्री बनाने की बात भी कही।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी डीएवी कॉलेज महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष विरेंद्र पोखरियाल, विजयेश नवानी, आशीष उनियाल,विपुल नौटियाल ने जोर देकर कहा कि जब तक सभी आंदोलनकारी संगठनों को अपने अपने बैनर के मोह से निकल कर मुद्दों के पीछे एकजुट होना होगा तभी हम लोग पृथक राज्य के मूल सवालों को हल कर पाएंगे। अन्यथा तो सरकारें अपने एजेंडे से चलती रहेंगी। उन्होंने जल्द ही सभी आंदोलनकारी संगठनों को एक छत के नीचे लाने की बात कही।
उक्रांद के कार्यकारी अध्यक्ष ए पी जुयाल एवं प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि पृथक राज्य की लड़ाई से लेकर आज तक जिस दल ने सबसे ज्यादा पर्वतीय समाज का शोषण किया दुर्भाग्य से वह लोग आज भी सत्ता के शीर्ष पर बने हुए हैं। उन्होंने शहीद स्मारक में आंदोलन कर रहे साथियों के जज्बे की सराहना करते हुए कहा ऐसा महसूस होने लगा है जैसे राज्य अपने मूल मुद्दों की ओर लौट रहा है।
वहीँ एक महिला आंदोलनकारी ने बताया की उन्हें अपने पति की विभागीय पेंशन भी मिलती है, जिसके चलते उन्हें साल भर से आंदोलनकारी की पेंशन नहीं दी जा रही है, जिस पर सह संयोजक अंबुज शर्मा ने इस विषय पर जल्द ही एक कमेटी बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्व-सम्मति से पास कर दिया गया।
संयुक्त आंदोलनकारी मंच ने आए समस्त आंदोलनकारियों से अपील की है कि 10 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास घेराव के कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी सुनिश्चित करें। जिसके बाद रानीपोखरी के पूर्व प्रधान पुष्पराज बहुगुणा व ऋषिकेश की रेनू नेगी ने सभी आंदोलनकारीयों को 10 जुलाई के मुख्यमंत्री घेराव के कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील करी। कार्यक्रम के अंत में सतीश धोलाखंडी ने जनगीत “लड़ना है भाई ये तो लम्बी लड़ाई है” गाकर माहौल को बेहद जोशीला बना दिया।
आज के कार्यक्रम का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल द्वारा किया गया तथा शिरकत करने वालों में प्रमुख रूप से उक्रांद के कार्यकारी अध्यक्ष एपी जुयाल, प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट, अजय नारायण शर्मा, विजयेश नवानी, मुन्नी खंडूरी, सत्या पोखरियाल, अंबुज शर्मा, आदेश कुमार शर्मा, रानी पोखरी के पूर्व प्रधान पुष्पराज बहुगुणा, श्यामलाल, राधा तिवारी, मनोज (गुरु) नौटियाल, विपुल नौटियाल, हरी सिंह मेहर, विक्रम गुसाईं, आशीष उनियाल, मोहन सिंह रावत, प्रभात डंडरीयाल, सुशील चमोली, डॉ हंसराज सिंह रावत, प्रभा नैथानी, प्रेमा खंडूरी, संगीता, वासंती नैथानी, कुसुम, रमेश सिंह, बसंती सुन्दरिया, विजय लक्ष्मी सुन्द्रियाल, रजनी कंडवाल, बिंदु कंडवाल, रजनी पैन्यूली, सुमिता ठाकुर, एकादशी देवी, प्रेमवती, संध्या रावत, पवित्री चमोली, ज्योति सजवाण, तरुणी देवी, दर्षनी खत्री, कुसुम, सावित्री, निर्मला बटोला, विजेंदर सिंह बिष्ट, कमला शर्मा, जानकी चमोली, रामेश्वरी रतुरी, पदमा, माहेश्वरी रावत, रामेश्वरी कंडवाल, जाह्नवी कंडवाल, सतेंदर नेगी, हेमा भंडारी, दुर्गा देवी भंडारी, कैप्टिन अशोक, सो0 वीर सिंह कौर, कैप्टिन वीरेंदर सिंह, जी.एस रावत, राजपाल रावत, आलम सिंह भंडारी, अशोक सुन्द्रियाल, शैलेंदर करगेती, संजय थापा, हरदीप सिंह लक्की, उक्रांद के वीरेंद्र सिंह रावत (फ़ुटबाल कोच ), राजेश कुमार, हरी प्रकाश शर्मा, गुरु प्रसाद, निर्मला बटोला, विमला रावत, डॉ मोहन सिंह रावत आदि थे ।
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10 % क्षैतिज आरक्षण और चिन्हीकरण को लेकर कल होगा उत्तराखंड आंदोलनकारीयों का शंखनाद