देहरादून, मानवधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन जैन ने उत्तराखंड में स्कूल खोले जाने के मामले में कहा कि एक ओर कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है, वहीं सरकार द्वारा स्कूल खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों को खोले जाने के मामले में जल्दबाजी नहीं की जानी चाहिए।
सचिन जैन ने कहा कि जब कोविड-19 की तीसरी लहर आने की आशंका बनी है तो ऐसी क्या जल्दबाजी है कि स्कूल खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों का भी वैक्सीनेशन पूरा होने के बाद ही स्कूल खोले जाने चाहिए। इससे पहले और राज्यों में भी स्कूल खुल रहे हैं तो पहले हमें वहां का अनुभव ले लेना चाहिए उसके बाद ही स्कूल खोलने की परमिशन दी जाए। क्योंकि अगर स्कूल खुलते भी हैं तो सभी स्टाफ का वैक्सीनेशन भी कराना अनिवार्य हो। कम से कम उनको एक डोज लगी हुई हो। बाकी राज्यों में अगर स्कूल खुल रहे हैं तो हम उनके अनुभवों को देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्राइमरी कक्षा के बच्चों को स्कूल बुलाया जा सकता है क्योंकि बच्चे कोरोना वायरस से बड़ों के मुकाबले बेहतर तरीके से लड़ पाते हैं इसलिए पहले उन्हें ही स्कूल बुलाना चाहिए और फिर धीरे-धीरे बाकी बच्चों को जबकि देखने में आया है कि कक्षा 9 से 12 वीं को बच्चों पहले बुलाया जा रहा है।