कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने देशभर के बालसुधार गृहों (बच्चों की जेल) में रह रहे बच्चों की सुरक्षा के लिए सुमोटो संज्ञान लिया है. सुप्रीम कोर्ट 3 अप्रैल शुक्रवार को इस मुद्दे पर सुनवाई करेगा.
दरअसल बालसुधार गृहों में COVID-19 के संक्रमण के तेजी से फैलने की संभावना है. वहां सोशल डिस्टेंसिंग, हाइजीन और स्वच्छता जैसी कोई भी चीजें फॉलों नहीं हो पा रही हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने बालसुधार गृह में बंद बच्चों की सुरक्षा का खुद ही संज्ञान लेकर सुनवाई करने का फैसला किया है.
बता दें कि देश में COVID-19 की महामारी तेजी से फैल रही है. देश में पिछले 12 घंटे में कोरोना से 9 लोगों की मौत हो गई है. भारत में अब संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1965 हो गई है. जान लें कि सुप्रीम कोर्ट इससे पहले भी कई बार कोरोना पर संवेदनशीलता दिखा चुका है. कई उद्योगपति, बॉलीवुड सेलीब्रिटी और आम लोग हर कोई देश में आए स्वास्थ्य संकट से लड़ने के लिए हर कोई मदद के हाथ बड़ा रहा है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए बुधवार को देश की शीर्ष अदालत सुप्रीम कोर्ट के सभी 33 न्यायाधीशों ने 50-50 हजार रुपए का अनुदान पीएम केयर्स फंड में दिए.